अखिलेश यादव ने सपा की MP इकाई को किया भंग, लोकसभा प्रभारियों को भी हटाया; चुनाव में हार के बाद लिया गया फैसला

अखिलेश यादव ने सपा की MP इकाई को किया भंग, लोकसभा प्रभारियों को भी हटाया; चुनाव में हार के बाद लिया गया फैसला


ऐप पर पढ़ें

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक पत्र जारी कर पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई को भंग कर दिया गया। बता दें कि हाल ही में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहने के चलते यह फैसला लिया गया है। इसके तहत 10 लोकसभा प्रभारियों को भी उनके पद से हटा दिया गया है। वहीं अब समाजवादी पार्टी का पूरा फोकस आगामी लोकसभा चुनाव को पर है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने कहा कि यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह की पूरी इकाई को भंग कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘जिला इकाइयों को भंग कर दिया गया है और 10 लोकसभा प्रभारियों को उनके पद से हटा दिया गया है।’

बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए सपा ने 59 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से कोई भी नहीं जीता। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अभियान का नेतृत्व करने के बाद भी सपा का कुल वोट शेयर सिर्फ 0.43% था। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह फैसला लिया। 17 नवंबर को चुनाव हुए और नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए गए थे। 

अधिकांश सपा नेताओं ने कहा कि पार्टी में युवा और साफ-सुथरे चेहरों को शामिल करने के लिए ऐसा कदम उठाना जरूरी था। साथ ही उम्मीदवारों के चयन और सीट-बंटवारे पर कांग्रेस के साथ विवाद के गलत तरीके से निपटने को लेकर पार्टी में गुस्सा था। भोपाल के सपा नेता शमशुल हसन ने कहा, ‘मुद्दे की जड़ में यह तथ्य है कि टिकट वितरण बहुत खराब था। इसलिए एक संगठनात्मक बदलाव की आवश्यकता थी।’ हसन ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ सपा उम्मीदवारों का बीजेपी के साथ अनौपचारिक गठबंधन था, जिससे फेरबदल जरूरी हो गया। ऐसी चर्चा थी कि उन्होंने जानबूझकर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले हमें घर की सफाई करनी थी।

कांग्रेस के साथ विफल बातचीत पर हसन ने कहा, ‘हां, कमलनाथ ने (अखिलेश के खिलाफ) टिप्पणी की जिससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ता नाराज हो गए। लेकिन ज़मीनी स्तर पर इसका प्रबंधन बेहतर ढंग से किया जाना चाहिए था। मैं सीट बंटवारे पर बातचीत का हिस्सा था और हमने तीन सीटों पर समन्वय करने का फैसला किया, जो कभी संभव नहीं हो सका।’ दिमनी से सपा का टिकट मिलने के बाद बाहर किए गए रामनारायण सकरवार ने कहा कि इससे पार्टी की किस्मत खराब हो गई है। उन्होंने कहा, ‘हमारा कैडर बहुत गुस्से में था और इसलिए हम सबसे खराब वोट शेयर के साथ खत्म हुए। मैंने इसे हाल ही में शीर्ष नेताओं के सामने उठाया था।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here