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इंदौर में सड़क किनारे मोबाइल एसेसरीज बेच रहे दंपती को कार ने तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। इसमें गर्भवती पत्नी दूर जाकर गिरी, जिसके बाद शिशु की पेट में ही मौत हो गई थी। कार का ड्राइवर उसके पति को एक किमी तक घसीटता ले गया था, इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया।
एबी रोड पर सड़क किनारे मोबाइल एसेसरीज बेच रहे दंपती को पांच दिन पूर्व कार चालक ने जोरदार टक्कर मार दी थी। इसमें गंभीर रूप से घायल हुए राहुल भाइदास निवासी नंदूरबार की मंगलवार रात मुंबई के जेजे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है।
मामले में अब राजेंद्र नगर पुलिस आरोपित आदर्श गुर्जर के खिलाफ मानव वध की धारा बढ़ाएगी। उल्लेखनीय है कि कार की टक्कर से घायल गर्भस्थ महिला के शिशु की भी पेट में मौत हो गई थी। राऊ और राजेंद्रनगर के बीच एमराल्ड हाइट्स स्कूल के बाहर 18 अक्टूबर को सफेद रंग की कार एमपी 09 जेडडी 0605 ने राहुल भाईदास निवासी उधलोद नंदूरबार और उसकी पत्नी सपना को टक्कर मार दी थी।
टक्कर से महिला 10 फीट दूर जा गिरी
राहुल और सपना सड़क किनारे चाइनीज सामग्री बेच रहे थे। कार की टक्कर से सपना करीब दस फीट दूर जा गिरी थी जबकि राहुल कार में ही फंस गया था। आरोपित कार चालक आदर्श गुर्जर रेती मंडी चौराहा तक उसे घसीटते हुए ले गया। इस टक्कर में राहुल के शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह से खराब हो गया था।
गर्भाशय फटने से शिशु की मौत
वहीं पत्नी सपना के पेट में पल रहे सात माह के बच्चे की गर्भाशय फटने से मौत हो गई थी। टीआई राजपालसिंह राठौर के मुताबिक सपना की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं राहुल का इलाज पहले एमवायएच और फिर एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
सुधार नहीं होने पर स्वजन राहुल को मुंबई के जेजे अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे। जहां मंगलवार रात को इलाज के दौरान राहुल ने दम तोड़ दिया है। अब मामले में आरोपित आदर्श के खिलाफ मानव वध की धारा बढ़ाई जा रही है।
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