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लेबनान में इजरायल के भीषण हमलों के बाद हमास ने भी कहा है कि उसका एक नेता मारा गया है। हमास की तरफ से बताया गया कि सोमवार को लेबनाने में फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर इजरायल ने हमला कर दिया। इसी हवाई हमले में हमास का नेता फतह शरीफ अभू अल अमीन मारा गया। वह विदेश में हमास का काम देखता था। वह साउथ लेबनान के अल बास में एक कैंप में था।
हमास ने कहा है कि उसके नेता के साथ उसकी पत्नी, बेटा और बेटी भी मारी गई। हमास ने इजरायली हमलले की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी हत्या करार दिया है। रिपोर्ट्स में कहा गया कि ताइरे के पास अल बास शहर में इजरायल ने हवाई हमले किए हैं। पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी कैंप को निशाना बनाया गया है। इससे पहले पॉप्युलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (PFLP) ने बताया था कि बेरूत के कोला में हवाई हमले में उसके तीन सदस्यों की जान चली गई।
गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल ने लगातार लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्ला को भी निशाने पर लिया है। इससे पहले जनवरी में लेबनान में हमला करके इजरायल ने हमास कमांडर समेर अल हज की हत्या कर दी थी। लेबनान में फइलिस्तीनीयों के लिए 1948 में ही शरणार्थी कैंप बना दिए थे। इजरायल के अस्तित्व में आने के बाद ये कैंप फइलिस्तीनियों के लिए बनाए गए थे। इन कैंपों के बाहर आज भी लेबनानी सैनिकों की तैनाती रहती है।
बेरूत के हवाई हमले में हिजबुल्लाह चीफ नसरुल्लाह और अन्य आतंकियों के मारे जाने के बाद भी इजरायल ने अपनी कार्रवाई रोकी नहीं है। रविवार को भी इजरायल ने लेबनान के अंदर घुसकर एयरस्ट्राइक कर दी। इजरायली हमले में कम से कम 105 लोग मारे गए हैं। सोमवार की सुबह इजरायल ने फिर से हमला कर दिया। इजरायल के हमलों में लेबनाने में कम से कम 1000 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बेरूत में बंकर में चल रहा हिजबुल्लाह का मुख्यालय भी तबाह हो गया है।
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि इजरायल ने नसरुल्लाह को ढेर कर दिया लेकिन उसके शव पर जख्म के निशान नहीं है। ऐसे में उसकी मौत को लेकर कई कहानियां बताई जा रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दहशत के चलते हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। एक तरफ हूती विद्रोही, ईरान और हिजबुल्लाह इजरायल को धमकी दे रहे हैं तो दूसरी तरफ नेतन्याहू ने भी कह दिया है कि हमले अभी रुकने वाले नहीं हैं।
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