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MP Budget Session: राज्यपाल के अभिभाषण के साथ आज मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हुई। अभिभाषण में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप सूबे को आत्मनिर्भर बनाने के शिवराज सरकार काम कर रही है। 1 मार्च को “पेपरलेस बजट” पेश किया जाएगा।
राज्यपाल पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री भारत को समृद्ध, आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के मिशन पर निकले हैं और मप्र केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिला कर इस संकल्प को पूरा करने की ओर अग्रसर है। सूबे में काम कर रही सरकार एक आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, पिछले महीने इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 एक मील का पत्थर था। 15.42 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जो बताता है राज्य सरकार की औद्योगिक नीति और कार्य संस्कृति में निवेशकों के अटूट विश्वास है। गवर्नर ने कहा, राज्य सरकार एमपी के 8.50 करोड़ नागरिकों को एक परिवार मान रही है और उनके कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है।
विधानसभा में गवर्नर के अभिभाषण के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वो पेपरलेस बजट पेश करने का विरोध करेंगे। वहीं, कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी हल लेकर विधानसभा परिसर में पहुंचे। शिवराज सरकार पर किसान विरोधी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सूबे में जब से शिवराज सिंह चौहान ने जनादेश का अपमान कर सियासी साजिश से सरकार बनाई है, गरीबों-किसानों को दबाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए जीतू पटवारी ने कहा, यदि सियासी फायदे की कोशिश में शिवराज हेलीकॉप्टर से कुदाल ले जा सकते हैं तो उनके हल लाने में कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए।
मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में सूबे में सत्तासीन शिवराज सरकार बजट में कई नई योजनाओं का ऐलान कर सकती है। वहीं पेपरलेस बजट पेश करने को लेकर सियासी पारा हाई होने के आसार हैं। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम ने सदन कल यानी 28 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है।
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