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मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में रेप के आरोपी 23 साल के एक युवक की पुलिस कस्टडी में मौत पर हंगामा खड़ा हो गया है। मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस के युवक को जहर पिलाया है। आक्रोशित परिजनों ने इस मामले में प्रदर्शन किया और राजगढ़ हाईवे को ब्लॉक कर दिया। हालांकि, पुलिस ने मृतक युवक के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए अपनी सफाई दी है। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि आरोपी ने गिरफ्तार होने से पहले ही Aluminum Phosphide पी लिया था। पुलिस ने उसे पहले राजगढ़ में और फिर भोपाल में बेहतरीन चिकित्सा मुहैया करा कर उसे बचाने की कोशिश की थी।
राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक, धर्मराज मीणा ने कहा, ‘आरोपी ने 20 नवंबर को एक नाबालिग लड़की का अपहरण किया था। लड़की को खिलचीपुर से अगवा कर आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की के परिजनों ने स्थानीय थाने में लड़की को अगवा किए जाने को लेकर केस दर्ज करवाया था।’ पुलिस ने लड़की को ढूंढ निकाला और 28 दिसंबर को राजगढ़ से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस उसे थाने लेकर गई जहां उसे उल्टियां शुरू हो गईं।
एसपी ने कहा, ‘इसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया था औऱ फिर उसे भोपाल रेफर कर दिया गया। 1 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार के सदस्य पुलिस टीम के साथ ही थे और उन्हें इन सभी बातों की जानकारी है लेकिन बाद में उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाना शुरू कर दिया।
मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए अपने बयान में आरोपी ने कहा था कि पुलिस ने उसे पकड़ा था और इसी वजह से घबरा कर उसने जहर खा लिया। आरोपी के मामा का कहना, ‘मेरा भांजा लड़की के साथ जा रहा था और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वो अपने साथ जहर लेकर क्यों चलेगा। वो जहर कैसे पी सकता है..उसे जहर कब मिल गया? यह कस्टडी में हुई मौत का मामला और पुलिस वालों ने उसे जहर दिया। इस मामले में कड़ाई से जांच होनी चाहिए।’