हमें जाति का गणित भी देखना है, टिकट बंटवारे से नाराज कांग्रेस नेताओं को कमलनाथ का जवाब

हमें जाति का गणित भी देखना है, टिकट बंटवारे से नाराज कांग्रेस नेताओं को कमलनाथ का जवाब

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मध्य प्रदेश चुनाव (Madhya Paradesh Election 2023)को लेकर कांग्रेस पार्टी के टिकट बंटवारे के बाद यहां पार्टी नेताओं में रोष देखने को मिल रहा है। अब इसपर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि 4000 लोगों ने टिकट पाने के लिए अर्जी लगाई थी लेकिन पार्टी सभी को टिकट नहीं दे सकती है। सोमवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में कमलनाथ ने यह बातें कही। कमलनाथ ने कहा, ‘4000 लोगों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन हम सभी को टिकट नहीं दे सकते हैं। इसलिए कुछ लोग नाराज हो सकते हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि बाद में वो कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे।’कलमनाथ ने कहा, ‘मुझे अच्छी उम्मीद है। मध्य प्रदेश के वोटरों को इस बात का अंदाजा है कि उन्हें कैसे बेवकूफ बनाया गया और कैसे राज्य को ‘चौपट प्रदेश’ बना दिया गया।

कमलनाथ ने कहा कि पार्टी ने 144 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है और इसमें 65 टिकट 50 साल से कम उम्र के प्रत्याशियों को दिया गया है। इसके अलावा 16 महिला प्रत्याशियों का भी इसमे नाम है। विद्रोह की आवाज बुलंद करने वाले कांग्रेस नेताओं को लेकर कमलनाथ ने कहा, ‘सभी लोग मेरे संपर्क में है, हमें जाति का गणित भी देखना है।’ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने पर कमलनाथ ने कहा कि पार्टी चाहती है कि वो आगे कर नेतृत्व करें। 

कांग्रेस के कई नेता टिकट बंटवारे से नाराज

बता दें कि कांग्रेस की सूची सामने आने के बाद अलग-अलग क्षेत्रों के कई नाराज कांग्रेस नेता कमलनाथ के घर के बाहर जमा हो गए थे। मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल भी कमलनाथ के आवास पर पहुंची थीं और उन्होंने कहा कि वो टिकट को लेकर कमलनाथ से बातचीत करेंगे। बुधनी से कांग्रेस के एक नेता संतोष शर्मा ने बुधनी विधानसभा सीट से सीएम शिवराज सिंह चौहान के किलाफ विक्रम मस्ताल को खड़ा किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है।

उन्होंने कहा, ‘हम 18 साल से शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अभिनेता (विक्रम मस्ताल) मुंबई से आए और दो महीने पहले पार्टी की सदस्यता हासिल की और अब उन्होंने विधानसभा का टिकट मिल गया।’ इससे पहले टिकट नहीं मिल पाने पर राज्य में पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी भी छोड़ दिया था। कई नेताओं ने चुनाव लड़ने की बात कही है और पार्टी को सबक सिखाने की बात कही है।

एक कांग्रेस नेता शारदा खटिक जो अभी जिला पंचायत सदस्य ने सागर जिले की नरयोली (एससी रिजर्व)सीट से पार्टी का टिकट मांगा था। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही है। इधर दूसरी तरफ पार्टी के पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वो सतना जिले की नागोद विधानसभा सीट से टिकट रखने की तमन्ना रखते थे। यादवेंद्र सिंह ने बीएसपी का दामन थाम लिया है। 

बता दें कि 144 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया है कि पिछड़े वर्ग के साथ अन्याय हुआ है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होना है और 3 दिसंबर को मतों की गिनती होगी।

 

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