इंदौर में मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग में ‘हैलोवीन पार्टी’ पर विवाद, कांग्रेस के रणछोड़ प्रत्याशी पर लगा आरोप

इंदौर में मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग में ‘हैलोवीन पार्टी’ पर विवाद, कांग्रेस के रणछोड़ प्रत्याशी पर लगा आरोप


इंदौर के गवर्मेंट महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के परिसर की करीब 150 साल पुरानी इमारत में एक सामाजिक संगठन द्वारा ‘हैलोवीन पार्टी’ के कथित रूप से अनधिकृत आयोजन पर गुरुवार को विवाद बढ़ गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ऐतिहासिक इमारत में इस पार्टी के आयोजन पर भड़के डॉक्टर्स के संगठनों ने आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए संयोगितागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस पार्टी के फोटोज में भाजपा नेता अक्षय बम के दिखाई देने के बाद कांग्रेस भी हमलावर है और उसने पार्टी आयोजकों को भाजपा का संरक्षण हासिल होने का आरोप लगाया है।

अधिकारी ने बताया कि इस मामले में चिकित्सा महाविद्यालय के शिक्षकों और पूर्व विद्यार्थियों के दो संगठनों ने पुलिस थाने में साझी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस के अनुसार शिकायत में मांग की गई है कि अंग्रेजों के जमाने में साल 1878 में शुरू किए गए ‘किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल’ की इमारत में 13 अक्टूबर को स्थानीय संगठन जैन सोशल ग्रुप द्वारा हैलोवीन पार्टी के आयोजन को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जाए।

शिकायत में कहा गया कि इस पार्टी के लिए ऐतिहासिक इमारत की दीवारों पर कथित रूप से भद्दे चित्र बनाए गए और अजीबोगरीब नारे भी लिखे गए।

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) तुषार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हम मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन से पूछेंगे कि ऐतिहासिक इमारत में हैलोवीन पार्टी का आयोजन किसकी अनुमति से हुआ था? हम जांच के बाद इस मामले में उचित कानूनी कदम उठाएंगे।’

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि उन्होंने कथित हैलोवीन पार्टी को लेकर जैन सोशल ग्रुप को नोटिस जारी कर तत्काल जवाब मांगा है। दीक्षित ने दावा किया कि उन्होंने इस सामाजिक संगठन को ऐसी पार्टी की कोई अनुमति नहीं दी थी।

इस बीच, सोशल मीडिया पर इस हैलोवीन पार्टी की कथित तस्वीर सामने आई है जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता अक्षय कांति बम उन लोगों के साथ दिखाई दे रहे हैं जिन्होंने भूतों का हुलिया बना रखा है। इस मामले को लेकर कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने आरोप लगाया कि इस पार्टी में बम की मौजूदगी दिखाती है कि इसके आयोजकों को भाजपा का संरक्षण हासिल है और सत्तारूढ़ दल के दबाव में ही उन पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है।

बम ने कांग्रेस के आरोप खारिज करते हुए कहा कि इस पार्टी के आयोजन से उनका कोई लेना देना नहीं है।

बता दें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव में अक्षय बम को इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया गया था, लेकिन उन्होंने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और इसके बाद वह तुरंत भाजपा में शामिल हो गए थे। जिसके चलते इस सीट के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार चुनावी दौड़ से बाहर हो गई थी।

क्या होता है हैलोवीन डे?

हैलोवीन डे को 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। पश्चिमी देशों में हैलोवीन त्योहार अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मनाया जाता है। माना जाता है कि हैलोवीन त्योहार को मनाने की शुरुआत लगभग 2000 वर्ष पहले हुई थी। उस समय हैलोवीन को उत्तरी यूरोप में ‘ऑल सेंट्स डे’ के रूप में मनाया जाता था। हैलोवीन आमतौर पर ईसाइयों का त्योहार है, लेकिन क्रिसमस की तरह ही अब यह फेस्टीवल भी ग्लोबल होता जा रहा है और पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा है। इसे मुख्यतः अमेरिका व यूरोप में मनाया जाता है,लेकिन भारत में भी इसे मनाने का उत्साह हाल के सालों में देखा जा रहा है। हैलोवीन पार्टियों में लोग डरावने गेटअप में आते हैं। उनकी कोशिश होती है कि जितने डरावने दिख सकें, उतना डरावना मेकअप करें।