एंटी नेशनल; राहुल गांधी के बयान पर भड़के शिवराज सिंह चौहान, याद की अपनी US यात्रा

एंटी नेशनल; राहुल गांधी के बयान पर भड़के शिवराज सिंह चौहान, याद की अपनी US यात्रा


केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अमेरिका में दिए गए उनके बयानों को लेकर हमला बोला और कहा कि विदेशी धरती पर इस तरह से देश की छवि खराब करना ‘राष्ट्र-विरोधी’ कृत्य है। रविवार को डलास में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय राजनीति से प्रेम, सम्मान और विनम्रता गायब है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह मानता है कि भारत ‘एक विचार’ है।

डलास में टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने भारत में विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि भारत, अमेरिका और पश्चिम के अन्य देश बेरोजगारी की समस्या का सामना कर रहे हैं, जबकि चीन में ऐसा नहीं है क्योंकि वह वैश्विक उत्पादन पर हावी है।

चौहान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राहुल गांधी (लोकसभा में) विपक्ष के नेता हैं और विपक्ष का नेता देश के प्रति जवाबदेह है। विदेश में देश की छवि खराब करना राष्ट्र विरोधी कृत्य है और कोई भी देशभक्त ऐसे कृत्यों में लिप्त नहीं होता।’ केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस के लोकसभा चुनाव हारने से राहुल गांधी हताश हैं और अपनी हताशा को बेबुनियाद तरीके से व्यक्त कर रहे हैं।

अपने एक रिश्तेदार के निधन के चलते यहां आए चौहान ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने लाखों कार्यकर्ता तैयार किए हैं, जिन्होंने अपना जीवन भारत के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा आदि दलों की राजनीति राष्ट्र तक ही सीमित होनी चाहिए और किसी को भी यह एहसास होना चाहिए कि वह विदेश में रहते हुए देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, ‘जब मैं मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते अमेरिका गया था, तो मुझसे पूछा गया था कि क्या भारतीय प्रधानमंत्री कमतर हैं। उस समय मैंने जवाब दिया था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी भी कमतर नहीं हो सकता।’ चौहान ने गांधी की इस टिप्पणी की आलोचना की कि भारत में सबकुछ ‘मेड इन चाइना’ है और कहा कि इस तरह के बयान देश के कुशल कार्यबल का अपमान करने के समान हैं।

उन्होंने कहा, ‘पहले भी ऐसा होता था जब बहुत कम चीजें आयात की जाती थीं। अब भी देश में जरूरत के हिसाब से बहुत कम चीजें आयात की जाती हैं। लेकिन भारत के कुशल श्रमिक और कर्मचारी स्वदेशी तरीके से बहुत सी चीजें बना रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी उनका अपमान कर रहे हैं। राहुल की जड़ें भारत की मिट्टी से जुड़ी नहीं हैं। उनका भारतीय लोगों, उनकी संस्कृति और परंपराओं से कोई लेना-देना नहीं है।’

गांधी की इस टिप्पणी पर कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कोई भी नहीं डरता, चौहान ने कहा कि यह वास्तव में सच है ‘क्योंकि लोग मोदी जी से प्यार करते हैं और इसीलिए उन्होंने उन्हें लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाया है।’ चौहान ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत ‘आत्मनिर्भर’ बन रहा है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि छोटे दिल से कोई बड़ा नहीं बन सकता।

किरेन रिजिजू ने भी उठाए सवाल

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अमेरिका में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर सोमवार को उनकी आलोचना की और कहा कि उन्होंने भारत के खिलाफ बात करके और विदेश में BJP और RSS को गाली देकर एक बार फिर अपनी ‘अपरिपक्वता’ दिखाई है।

रिजिजू ने कहा, ‘राहुल गांधी ने जो कुछ भी कहा है, उस पर टिप्पणी करने में मेरी दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने विदेश जाने पर भारत, भाजपा और आरएसएस के खिलाफ बोलने की आदत विकसित कर ली है। वह ऐसा करने से कभी परहेज नहीं करते हैं। ऐसा करके उन्होंने हमेशा की तरह एक बार फिर अपनी अपरिपक्वता दिखाई है।’

रिजिजू ने आरोप लगाया कि राहुल और उनका पारिस्थितिकी तंत्र भारत के खिलाफ बात करना चाहता है तथा भाजपा, आरएसएस तथा सभी राष्ट्रवादी संगठनों को गाली देना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘वे उच्चतम न्यायालय और भारत के निर्वाचन आयोग को गाली देना चाहते हैं। उन्होंने देश की न्यायिक प्रणाली, हमारी प्रथाओं, विदेशों में जाने वाले लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ बात की है।’ भाजपा नेता ने कहा, ‘उन्हें अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य जगहों पर कौन आमंत्रित करता है, आप इसे जानते हैं। इसलिए उनका मकसद बहुत स्पष्ट है।’