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कोलकाता कांड को लेकर ममता बनर्जी के ही दो सिपाही आपस में भिड़ गए हैं। रविवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता कुणाल घोष ने अपने सहयोगी सुखेंदु शेखर रे द्वारा कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल की पूछताछ की मांग पर आपत्ति जताई। यह विवाद तब शुरू हुआ जब टीएमसी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप और हत्या के मामले में कोलकाता पुलिस की जांच पर सवाल उठाए। रे ने कहा कि इस मामले में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और गोयल से पूछताछ आवश्यक है ताकि यह पता चल सके कि शुरुआत में इस केस में आत्महत्या वाला एंगल किसने और क्यों पेश किया।
उन्होंने पीड़िता के माता-पिता की उन टिप्पणियों का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें शुरुआत में बताया गया था कि उनकी बेटी ने आत्महत्या की है। गोयल ने इन आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। रे ने कहा, “सीबीआई को निष्पक्षता से काम करना चाहिए। पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर से पूछताछ जरूरी है ताकि यह पता चल सके कि किसने और क्यों आत्महत्या की कहानी गढ़ी।”
इसके जवाब में टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर का बचाव किया और कहा कि उन्होंने मामले को सुलझाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने अपने पार्टी सहयोगी की इस मांग को दुर्भाग्यपूर्ण भी बताया। घोष ने कहा, “मैं भी आरजी कर मामले में न्याय की मांग करता हूं, लेकिन पुलिस कमिश्नर के खिलाफ इस मांग का मैं कड़ा विरोध करता हूं। जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की। व्यक्तिगत रूप से पुलिस कमिश्नर ने अपना काम किया और जांच सकारात्मक दिशा में थी। इस तरह का पोस्ट दुर्भाग्यपूर्ण है, वह भी मेरे वरिष्ठ नेता की ओर से।”
कुणाल घोष ने एक वीडियो संदेश में कहा कि रे की मांगें अव्यवहारिक हैं और उन्हें यह पोस्ट नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, “हम इस मांग का विरोध करते हैं क्योंकि पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने 12 घंटे के भीतर अपनी पूरी कोशिश की और आरोपी को गिरफ्तार किया गया। कमिश्नर ने 3-4 दिनों का और समय मांगा था और उसमें सफलता मिलने की संभावना थी। लेकिन अब मामला सीबीआई के पास है और कमिश्नर को इसमें कोई आपत्ति नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना घटी। यह अपराध तीसरे मंजिल के सेमिनार हॉल में देर रात हुआ। पुलिस ने बाद में बताया कि उसके शरीर पर कई घाव और चोट के निशान पाए गए। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन जांच एजेंसियां अभी तक इस अपराध में अन्य लोगों की संलिप्तता से इंकार नहीं कर रही हैं। इस मामले की वजह से डॉक्टरों में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है, साथ ही साथ राज्य की सियासत में भी भूचाल ला दिया है।
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