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छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में दशहरा उत्सव के दौरान एक आदिवासी व्यक्ति पर हमला करने के आरोप में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना 13 अक्टूबर को साजा पुलिस थाना क्षेत्र के चेचानमेटा गांव में दशहरा उत्सव के दौरान हुई थी, जिसके बाद मंगलवार को कृष्णा साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। कृष्णा साहू विधायक ईश्वर साहू के बेटे हैं। ईश्वर साहू साजा सीट से विधायक हैं।
मारपीट और गाली-गलौज का आरोप
अधिकारियों ने बताया कि प्रार्थी मनीष मंडावी (18) ने सोमवार को अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जब वह एक विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहा था तब कृष्णा साहू और उसके आठ-नौ दोस्तों ने उसके साथ गाली-गलौज की और मारपीट की। जानकारी के मुताबिक, मनीष मंडावी के दोस्त राहुल ध्रुव और विधायक के बेटे के बीच विवाद हो गया था। इस बीच मनीष दोनों को शांत करने की कोशिश कर रहा था।
गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मनीष मंडावी ने शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है तथा आगे की जांच जारी है।
पुलिस पर भी आरोप
इस बीच, क्षेत्र के आदिवासी समाज के सदस्यों ने प्रशासन पर मामले को दबाने तथा पीड़ित पर समझौता करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की। पिछले वर्ष आठ अप्रैल को साजा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा में ईश्वर साहू के एक अन्य पुत्र भुनेश्वर साहू (22) की हत्या कर दी गई थी।
राज्य में जब विधानसभा के चुनाव हुए तब भाजपा ने इस घटना को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था तथा साजा सीट से भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा था। साहू ने इस चुनाव में तत्कालीन मंत्री और कांग्रेस के प्रभावशाली कांग्रेस नेता रवींद्र चौबे को हराया था।
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