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शाजापुर में कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान एक परिवार ने आत्मदाह का प्रयास किया। समूह संचालक महिला ने कार्यालय के बाहर खुद और बच्चों पर पेट्रोल डाला। पुलिस की तत्परता और अधिकारियों की समझाइस के बाद मामला शांत हुआ।
कलेक्ट्रेट में हर मंगलावर होने वाली जनसुनवाई में पहुंचे पूरे परिवार ने आत्मदाह का प्रयास किया। कार्यालय के बाहर ही पूरे परिवार ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया, यहां तक की महिला ने साथ लिए बच्चे पर भी पेट्रोल उड़ेल दिया। इससे पहले की वो आगे कुछ कर पाते, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी को पकड़ लिया और काफी समझाईस के बाद उन्हें मनाया गया।
बच्चे पर भी डाला पेट्रोल
दरअसल हर मंगलवार की तरह कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई चल रही थी। कलेक्टर ऋजु बाफना लोगों की शिकायते सुन रहे थे, इसी दौरान कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंची महिला सोनाबाई और उसके परिजनों ने बाटल में लिया पेट्रोल खुद पर डाल लिया।
महिला के साथ एक और शख्स, दो युवक और एक बच्चा भी था, उस पर भी पेट्रोल उड़ेल दिया। इस दौरान कार्यालय के बाहर अपरातफरी का माहौल निर्मित हो गया। अधिकारियों की समझाईश के बाद मामला शांत हुआ।
राशन दुकान का आवंटन रद्द की आशंका से किया प्रयास
डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर ने बताया कि पेट्रोल डालने वाली महिला सोनाबाई स्वसहायता समूह की अध्यक्ष थी। समूह में आपसी विवाद के बाद महिला को पद से पृथक कर दिया गया था। समूह द्वारा राशन दुकान संचालित की जाती है। राशन दुकान का आवंटन रद्द होने की आशंका को लेकर पूरे परिवार ने आत्मदाह का प्रयास किया।
डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि संदेह के चलते उन्होंने ये प्रयास किया, लेकिन राशन दुकान का आवंटन रद्द नहीं हुआ है। सभी सुरक्षित हैं और सभी को सकुशल घर भी पहुंचा दिया गया है। उनके साथ अब ऐसी कोई समस्या नहीं है।
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