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केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मादक पदार्थों के तस्करों और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ मामले में बड़ा ऐक्शन लिया है। एजेंसी ने रविवार को एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एनआईए के बयान में कहा गया कि यह आरोपी जून, 2020 से फरार था। उन्होंने बताया कि यह मामला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा है। बयान के अनुसार, कुपवाड़ा जिले के निवासी सैयद सलीम जहांगीर अंद्राबी उर्फ सलीम अंद्राबी की गिरफ्तारी पर इनाम रखा गया था।
बयान में कहा गया कि गिरफ्तारी के बाद अंद्राबी के खिलाफ स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ अधिनियम (NDPS) अधिनियम, आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया। बयान में कहा गया कि उसकी गिरफ्तारी नार्को-आतंकवादी सांठगांठ को खत्म करने के मकसद से की गई। साथ ही, सीमा पार स्थित आतंकवादी संगठनों की ओर से भारत में बनाए गए पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने के एनआईए के प्रयासों के लिए एक बड़ी सफलता है।
मादक पदार्थों की तस्करी और धन जुटाने की गहरी साजिश
एनआईए ने 16 जून 2020 को स्थानीय पुलिस से मामले की जांच अपने हाथों में ले ली थी। जांच के दौरान एजेंसी ने पाया कि अंद्राबी जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में मादक पदार्थों की तस्करी व धन जुटाने की गहरी साजिश का हिस्सा था। एजेंसी ने बताया कि यह साजिश मादक पदार्थ तस्करों की ओर से सीमा पार पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के गुर्गों के साथ मिलकर रची गई थी।
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