तो क्या अंबानी और अडानी को A1-A2 कहूं; स्पीकर ओम बिरला के ऐतराज पर राहुल गांधी

तो क्या अंबानी और अडानी को A1-A2 कहूं; स्पीकर ओम बिरला के ऐतराज पर राहुल गांधी

[ad_1]

ऐप पर पढ़ें

लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इसमें किसानों और मिडिल क्लास के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ अंबानी और अडानी का ख्याल रखते हैं। इस पर स्पीकर ने कहा कि आप उन लोगों पर टिप्पणी नहीं कर सकते, जो सदन के सदस्य नहीं हैं। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि क्या मैं इन लोगों को 3,4 बोल सकता हूं या फिर A1 या A2 कहूं। उन्होंने कहा कि इन दोनों का देश के बिजनेस पर होल्ड है। इनके बारे में हमें बोलना तो होगा। हम चुप नहीं रह सकते। आप चाहें तो इनके बारे में संबोधन के लिए कुछ व्यवस्था दे दीजिए, पर हमें चुप नहीं कराया जा सकता। 

राहुल गांधी ने कहा कि देश के दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को कहीं भी जगह नहीं मिलती। इनको कॉरपोरेट इंडिया, नौकरशाही और सरकारों में जगह नहीं दी जाती। राहुल गांधी ने बजट की हलवा सेरेमनी की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि इसमें एक भी दलित, आदिवासी और ओबीसी अधिकारी नहीं दिख रहा है। बजट का हलवा बंट रहा है, लेकिन देश को नहीं मिल रहा है। बजट को 20 अफसरों ने तैयार किया है, मतलब हिन्दुस्तान का हलवा उन लोगों ने बांटने का काम किया है। उन लोगों में से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी है। वहीं हलवा सेरेमनी की फोटो में तो एक भी नहीं है। 

लोकसभा में नेता विपक्ष ने कहा कि मैं चाहता था कि बजट में जातिगत जनगणना की बात उठे। पूरा देश यह चाहता है। गरीब जनरल कास्ट के लोग और माइनॉरिटी भी चाहते हैं। लेकिन देश का हलवा 2 से 3 फीसदी लोग बांटते हैं और उतने ही लोगों को मिलता है। इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुस्कुराती दिखीं तो राहुल गांधी ने कहा कि यह हंसने की बात नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि ये लोग सोचते हैं कि देश की जनता अभिमन्यु हैं, लेकिन वे अर्जुन हैं। राहुल गांधी ने कहा कि INDIA गठबंधन की जब सरकार बनेगी तो हम MSP की लीगल गारंटी का कानून पारित करेंगे। इसके अलावा जातिगत जनगणना का कानून भी बनाएंगे। 

एक बात के लिए राहुल गांधी ने स्पीकर से गलती भी मान ली

उन्होंने कहा कि मुझसे मिलने किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आया। मुझे बताया गया कि उन्हें अंदर नहीं आने देंगे। यह जानकारी जब मेरे पास आई तो मैं गया और फिर उनके लिए दरवाजे खोले गए। वहीं स्पीकर ओम बिरला ने उनके सवाल पर कहा कि ऐसे सदन की व्यवस्था पर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक व्यवस्था है कि सदन के अंदर सदस्य के अलावा कोई दूसरा बात नहीं कर सकता। लेकिन आपसे आए मिलने लोगों ने आपकी मौजूदगी में बयान दिया। यह गलत है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे तकनीकी चीजों की जानकारी नहीं है।

आपने जनता के लिए चक्रव्यूह बनाया, पर जनता अभिमन्यु नहीं अर्जुन है

वहीं बजट पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैंने किसानों को यह गारंटी देने के लिए बुलाया था कि हम इसी सदन में एमएसपी का कानून लागू करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि आप लोगों के लिए चक्रव्यूह बना देते हैं। आप चाहते हैं कि लोग छोटे-छोटे खांचों में रहें और हिन्दुस्तान के लोग सपना न देख पाएं। लेकिन देश का हलवा 2 से 3 फीसदी लोग बांटते हैं और उतने ही लोगों को मिलता है। इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुस्कुराती दिखीं तो राहुल गांधी ने कहा कि यह हंसने की बात नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि ये लोग सोचते हैं कि देश की जनता अभिमन्यु हैं, लेकिन वे अर्जुन हैं।

[ad_2]