फर्जी दस्तावेजों से वाहन फाइनेंस कराकर बेचने का धंधा उजागर

फर्जी दस्तावेजों से वाहन फाइनेंस कराकर बेचने का धंधा उजागर

[ad_1]

चोरी के दस्तावेजों के सहारे वाहन फाइनेंस कराकर इसे दूसरे को बेचने के गोरखधंधे को उजागर करते हुए जशपुर पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पुलिस ने 10 बुलेट और 1 स्कूटी जब्त की है। मामला जिले कोतबा चौकी क्षेत्र की है।

चौकी प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि कोतबा निवासी आशिष शर्मा (26) ने 12 जून को की गई शिकायत में बताया था कि उसे कोरियर के माध्यम से एक लिफाफा मिला था। इस लिफाफा में उसके नाम से खरीदी गई नई बुलेट बाइक की रजिट्रेशन के कागजात थे। जबकि उसने और उनके स्वजनों ने इस तरह का ना तो कोई बाइक क्रय किया है और ना ही बाइक क्रय करने के लिए किसी दूसरे का अपने कागजात दिए हैं। प्रार्थी ने आशंका जताई कि उसके आवश्यक दस्तावेजों को चुराकर गलत तरीके से उसके नाम से बाइक फाइनेंस कराई गई है। मामले में कोतबा पुलिस ने अज्ञात आरोपित के विरूद्व धारा 420,34 के अंर्तगत ठगी का अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की।

मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि इस पूरे फर्जीवाड़े में सरगुजा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के खोरमा निवासी शाहरूख खान मास्टर माइंड है। हिरासत में पूछताछ में आरोपित शाहरूख खान ने पुलिस को बताया कि वह अंबिकापुर के रसुलपुर निवासी वसीम अकरम के साथ मिल कर फर्जी दस्तावेज तैयार करता है और इनसे वाहन फाइनेंस कराकर दूसरे को बेच देता है।

फर्जीवाड़े का यह गोरखधंधा लंबे समय से चला रहा था। शाहरूख खान की निशानदेही पर जशपुर पुलिस की टीम ने सरगुजा अलग-अलग जगहों से 10 बुलेट और 1 स्कूटी जब्त किया है। पुलिस का दावा है कि इन सभी वाहनों का क्रय और फाइनेंस फर्जी दस्तावेजों से किया गया है। मामले में पुलिस ने दोनों आरोपित शाहरूख खान और वसीम अकरम के गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।

[ad_2]