बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अब तक 14 गिरफ्तार, मेन शूटर अब भी फरार; कहां तक पहुंची जांच

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अब तक 14 गिरफ्तार, मेन शूटर अब भी फरार; कहां तक पहुंची जांच

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पुलिस ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में और चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें हरियाणा का एक निवासी भी शामिल है, जिस पर शूटर और साजिश के मास्टरमाइंड के बीच अहम कड़ी होने का संदेह है। मंगलवार शाम 29 वर्षीय अमित कुमार को हरियाणा और बुधवार शाम पुणे से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या 14 हो गई।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि 22 वर्षीय रुपेश राजेंद्र मोहोल, 19 वर्षीय करण राहुल साल्वे और 20 वर्षीय शिवम अरविंद कोहाड़ सभी पुणे के निवासी हैं। अमित कुमार पर हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में शामिल होने का संदेह है। अधिकारी ने बताया कि उसके और अन्य आरोपियों से जुड़े कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन भी जांच के दायरे में हैं।

पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिए गए शूटरों में से एक गुरमेल सिंह और कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर के बीच कुमार एक महत्वपूर्ण कड़ी है। अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, अख्तर शूटरों और हत्या के साजिशकर्ताओं के बीच आम कड़ी था। अमित कुमार को मंगलवार शाम को हरियाणा से क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा और बुधवार सुबह मुंबई लाया गया। उसे 4 नवंबर तक पुलिस हिरासत में रखा गया है।

66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांचकर्ताओं ने अभी तक हत्या के पीछे के मकसद का पता नहीं लगाया है। वे अलग-अलग कोणों से अपराध की जांच कर रहे हैं, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता या मुंबई में एक झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर धमकियां शामिल हैं।

अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में दो संदिग्ध शूटर- धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह शामिल हैं, जबकि मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम और दो साजिशकर्ता फरार हैं। अब तक की जांच से पता चलता है कि ठाणे स्थित पांच सदस्यीय कॉन्ट्रैक्ट किलिंग मॉड्यूल को शुरू में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री की हत्या का ठेका दिया गया था।

अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे शूटर

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल तीन संदिग्ध शूटर, एनसीपी नेता की हत्या को अंजाम देने से पहले स्नैपचैट के माध्यम से जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। हत्या करने वाले तीन संदिग्ध शूटरों ने सिद्दीकी की हत्या करने से पहले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप (स्नैपचैट) के माध्यम से अनमोल बिश्नोई से बात की थी। गिरफ्तार आरोपियों के स्नैपचैट की जांच की गई तो पता चला कि शूटर और पुणे के प्रवीण लोनकर, जो कथित तौर पर मास्टरमाइंड है, अनमोल बिश्नोई के सीधे संपर्क में थे और मैसेज मिलने के बाद उसे डिलीट कर देते थे।

कनाडा से संपर्क में था अनमोल

पुलिस ने बताया कि अनमोल कनाडा और अमेरिका से आरोपियों के संपर्क में था और आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। जबकि मुंबई पुलिस ने पुलिस सुरक्षा गार्ड श्याम सोनवाने को निलंबित कर दिया है जो घटना के समय महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री के साथ मौजूद था।

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