बुधनी के लोगों तक पहुंचने के लिए टिकट की जरूरत नहीं, शिवराज के बेटे कार्तिकेय

बुधनी के लोगों तक पहुंचने के लिए टिकट की जरूरत नहीं, शिवराज के बेटे कार्तिकेय


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने कहा कि उन्होंने बुधनी विधानसभा सीट से टिकट की आकांक्षा कभी भी नहीं रखी थी। इस सीट का प्रतिनिधित्व पहले शिवराज सिंह चौहान ही करते थे। बीजेपी ने शनिवार को प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधनी और विजयपुर सीटों पर अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया था। बुधनी से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव और विजयपुर से पूर्व कांग्रेसी नेता रामनिवास रावत का नाम घोषित किया था।

आपको बता दें कि बुधनी सीट पर ये उपचुनाव शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस्तीफा देने के कारण हो रहा है। इस्तीफा देने की वजह उनका विदिशा सीट से लोकसभा चुनाव जीतना था। इसके बाद वो केंद्रीय मंत्री बने थे। राजनीति के जानकार ऐसा अनुमान लगाते रहे हैं कि कार्तिकेय बुधनी से टिकट के दावेदारों में से एक थे। इसके पीछे की वजह ये बताई जा रही थी कि इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके पिता 2006 से लगातार पांच बार करते आ रहे हैं।

भार्गव के नामांकन के बारे में पूछे जाने पर कार्तिकेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। उन्होंने कहा कि जब भार्गव को टिकट दिया जाता है तो यह ‘ट्रिपल इंजन’ हो जाता है क्योंकि वे वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। कार्तिकेय ने कहा भार्गव को मैदान में उतारना उचित है। हमने उनके नेतृत्व में कई चुनाव लड़े हैं। वह एक अनुभवी नेता हैं।

उन्होंने कहा जहां तक ​​उम्मीदवारों के पैनल में मेरा नाम शामिल करने की बात है, तो मैंने कभी टिकट की नीयत से काम नहीं किया। मुझे बुधनी के लोगों तक पहुंचने के लिए टिकट की जरूरत नहीं है। मैंने उनके लिए, पार्टी और विचारधारा के लिए एक आम कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है। आगे भी इसी तरह काम करता रहूंगा।