भारतीय पुरुषों को रोमांस करना नहीं आता; महिला ने बताया- उसे क्यों नहीं पसंद इंडियंस

भारतीय पुरुषों को रोमांस करना नहीं आता; महिला ने बताया- उसे क्यों नहीं पसंद इंडियंस

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सोशल मीडिया पर तमाम डेटिंग साइट्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं, जहां लड़का और लड़की अपनी पसंद वाले को डेट करते हैं। एक रिलेशनशिप और लाइफ कोच का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस महिला का कहना है कि वह भारतीय पुरुषों को डेट नहीं करती है। इसके पीछे उसने तीन कारण भी बताए। महिला का कहना है कि भारतीय पुरुषों को रोमांस करना नहीं आता, वे लड़की के छोटे-छोटे इशारे भी नहीं समझ पाते। उन्हें घर की देखभाल करना भी नहीं आता। महिला का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

सोशल मीडिया यूजर्स ने महिला के वायरल वीडियो के जवाब में कई तरह की टिप्पणियां की हैं। कुछ लोग उससे सहमत हैं जबकि अन्य ने उसके बयानों को “हास्यास्पद” कहा है। महिला का नाम चेतना चक्रवर्ती है। महिला ने इंस्टाग्राम पर कहा, ” मैं अपने क्लाइंट्स को उनके प्यार तक पहुंचाने में पूरी मदद करती हूं ताकि वो डेटिंग की इस पागलपन वाली दुनिया से आगे बढ़ें। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं इस सब से गुजर चुकी हूं। मैं इस तरह के कई हथकंडे आजमाए और परखे हुए हैं।”

भारतीय पुरुषों को डेट नहीं करती

चेतना ने आगे कहा, “मैं अब भारतीय पुरुषों के साथ डेट नहीं करती, और ये मेरे न करने के तीन मुख्य कारण हैं।” चक्रवर्ती ने कहा कि भारतीय पुरुषों को “बातचीत कैसे करें” यह नहीं सिखाया गया है। “जब वे किसी मुद्दे पर बहस नहीं कर पाते, तो चुप हो जाते हैं और सामने वाली महिला को तर्कहीन और आक्रामक कहने लगते हैं। कई बार गाली-गलौज पर भी उतर जाते हैं।

दूसरा कारण बताते हुए, चेतना ने कहा, “वे रोमांस को नहीं समझते। उनके लिए रोमांस का मतलब सिर्फ महीने में एक डिनर डेट है। जबकि,  रोमांस “हर दिन छोटे-छोटे इशारे” है, जिसे लेकर भारतीय पुरुषों में बिल्कुल भी समझ नहीं है। इसके अलावा भारतीय पुरुषों को घर की देखभाल करना नहीं आता। अगर उन्हें घर की देखभाल करने के लिए कहा जाए तो वो ऐसा समझने लगते हैं कि मानो किसी पर अहसान कर रहे हों।”

महिला द्वारा वीडियो शेयर किए जाने के बाद से इसे 12,000 लाइक और 79,000 बार देखा जा चुका है। एक यूजर ने कहा, “मैं इस बात पर पूरी तरह से असहमत हूं.. मेरी शादी एक भारतीय पुरुष से हुई है और वो बहुत अच्छे हैं। कुछ बिंदुओं पर मतभेद हो सकता है.. हो सकता है कि आप सिर्फ अपने बुरे अनुभवों के बारे में बात कर रही हों, लेकिन आपको इसे देश का लेबल नहीं देना चाहिए!!” एक अन्य ने कहा, “यह भारतीय पुरुषों का मुद्दा नहीं है। यह लैंगिक मुद्दा है।”

 

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