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वर्ष 2009-10 में करेंट लगने से उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। कपिल 80 प्रतिशत ब्लांइड है। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जूडो को खेलना प्रारंभ किया था। यह उनका पहला पैरालम्पिक है। कपिल अब तक 17 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने अब तक 08 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय पदक अर्जित किये हैं।
कपिल के घर पर मना जमकर जश्न
जैसे ही कपिल ने ब्राजील के खिलाड़ी के खिलाफ कांस्य पदक का मुकाबला जीता, परिवार और गांव के पास पडोस के लोगों ने जमकर जश्न बनाना प्रारंभ कर दिया। जोरदार आतिशबाजी हुई, मिठाई बंटी और डोल पर जमकर यार दोस्त जमकर थिरके। सभी को उम्मीद थी कि कपिल पेरिस में देश के लिए पदक जीतकर लाएगा, इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली गई थी।
भोपाल में प्रवीण भटेले ने दिया सहारा
कपिल राजधानी भोपाल आकर लालघाटी स्थित श्री ब्लिस मिशन फार पैरा एंड ब्राइट संस्था में 2017 से कोच प्रवीण भटेले के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त करने लगे। कुछ समय बाद उनके खेल में निखार आता गया और राष्ट्रीय पर अच्छा प्रदर्शन करने लगे। प्रवीण ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और जमकर मेहनत की।
मप्र खेल अकादमी ने दी ऊंचाईयां
मप्र खेल विभाग के तात्या टोपे स्टेडियम में आकर जूडो का खास प्रशिक्षण लिया। मप्र अकादमी में कोच गीतिका पंत, गोविंद रजत व एन जयप्रकाश ने प्रशिक्षण दिया। गीतिका पंत बताया कि आज हम सबने बडी स्कीन पर मुकाबला देखा। कपिल ने पदक जीतकर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। अकादमी में आने के बाद कपिल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने लगे। कपिल ने पेरिस जाने से पहले लखनऊ में स्थापित इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन में कोच मुन्नवर अंजार अली सिद्दकी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
खेल विभाग में खुशी का माहौल, खेलमंत्री और खेल संचालक ने दी बधाई
जब कपिल कांस्य पदक के लिए मुकाबला खेल रहे थे तब टीटीनरगर स्टेडियम में खिलाड़ी सांसे रोकर उनका मुकाबला देख रहे थे और भगवान से जीत की कामना कर रहे थे। खेलमंत्री विश्वास कैलाश सारंग और खेल संचालक डा रविकुमार गुप्ता ने कपिल को उस उपलब्धि पर बधाई व शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि कपिल हमारी उम्मीदों पर खरा उतरे है, अकादमी में रहते उन्होंने बहुत मेहनत की और प्रशिक्षकों का भी बहुत बढ़ा योगदान है।
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