[ad_1]
भारत की अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने इतिहास रच दिया है। ओलंपिक टेबल टेनिस स्पर्धा के अंतिम 32 मैच में फ्रांस की 12वीं वरीय प्रीथिका पवाडे को मनिका बत्रा ने सीधे सेटों मे शिकस्त दी। कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन और 18वीं वरीय मनिका बत्रा ने 37 मिनट तक चले मुकाबले में 11-9, 11-6, 11-9, 11-7 से जीत दर्ज की। वह ओलंपिक टेबल टेनिस के अंतिम-16 में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं हैं। अभी तक कोई अन्य खिलाड़ी इस प्रतिस्पर्धा में भारत के लिए राउंड 32 से आगे नहीं जा पाया है, लेकिन मनिका बत्रा ने इतिहास रचने का काम किया है।
मनिका को पहले गेम में बाएं हाथ की खिलाड़ी के खिलाफ सामंजस्य बिठाने में परेशानी हुई और यह काफी करीबी मुकाबला रहा। मनिका ने अखिरी तीन अंक अपने नाम कर इसे 11-9 से जीता। दूसरे गेम की शुरुआत में भी मुकाबला काफी करीबी था, लेकिन 6-6 की बराबरी के बाद मनिका ने प्रीथिका को कोई मौका नहीं दिया और 11-6 से वह जीत गईं। मनिका ने दूसरे गेम की लय तीसरे गेम में जारी रखते हुए पांच अंक की बढ़त बनायी, लेकिन प्रीथिका ने लगातार चार अंक हासिल कर स्कोर को 9-10 कर दिया। प्रीथिका दबाव में गेंद को नेट पर खेल गयी और मनिका ने 11-9 से इस गेम को जीत लिया।
मनिका ने चौथे गेम में 6-2 की बढ़त के साथ अच्छी शुरुआत को 10-4 में बदल कर छह मैच प्वाइंट हासिल किये। प्रीथिका तीन मैच प्वाइंट बचाने में सफल रहीं, लेकिन मनिका ने चौथे अंक को भुनाकर मैच अपने नाम किया। प्री क्वॉर्टर फाइनल में मनिका की भिड़ंत जापान की आठवीं वरीय हिरोनो मियू और हांगकांग की झू चेंगझू के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगी। मनिका बत्रा को भी पदक के दावेदारों में माना जा रहा है। हालांकि, अभी मेडल जीतने के लिए मनिका बत्रा को कुछ ऐसे ही प्रदर्शन बाकी बचे नॉकआउट मैचों में करना होगा।
[ad_2]