रीट-2021 पेपर लीक मामला, ईडी ने राजस्थान से तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया

रीट-2021 पेपर लीक मामला, ईडी ने राजस्थान से तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया

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राजस्थान शिक्षक योग्यता परीक्षा (रीट 2021) का प्रश्न पत्र कथित तौर पर लीक होने से संबंधित धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि उसने शुक्रवार को राजू राम इराम को हिरासत में लिया है।

केंद्रीय एजेंसी ने बताया कि जयपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत दर्ज मामलों की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत ने उसे तीन दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने इससे पहले मामले के संबंध में सहायक प्रोफेसर प्रदीप पाराशर और उनके सहायक रामकृपाल मीणा को गिरफ्तार किया था।

ईडी के अनुसार इराम ने एक आरोपी से रीट-2021 का लीक हुआ प्रश्नपत्र प्राप्त कर परीक्षार्थियों को बांटने के लिए अपने साथियों को दिया था। एजेंसी ने कहा कि आरोपी ने अपने सहयोगियों की मदद लेकर जोधपुर में बड़ी धनराशि के बदले विभिन्न अभ्यर्थियों को लीक हुआ पेपर दिखाने व पढ़ाने की व्यवस्था की।

ईडी का धन शोधन मामला राजस्थान पुलिस की प्राथमिकी और आरोपपत्र से जुड़ा है। पिछले साल एजेंसी ने कई जगह छापे मारकर अपराध में इस्तेमाल हुए दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की थी।

इससे पहले 10 जुलाई को ईडी ने इस केस में रिटायर्ड सहायक प्रोफेसर प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार किया था। पाराशर को 26 सितंबर 2021 को राज्य के विभिन्न हिस्सों में होने वाली रीट परीक्षा के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की स्थानीय समिति का जिला समन्वयक नियुक्त किया गया था। एजेंसी के मुताबिक प्रोफेसर ने बिना वैध आदेश जारी किए राम कृपाल मीणा को सहायक नियुक्त किया था।

ईडी ने आरोप लगाया कि मीणा को जयपुर में स्थित शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम में अनधिकृत प्रवेश की अनुमति दी गई, जहां रीट, 2021 के प्रश्न पत्र रखे हुए थे। मीणा ने योजनाबद्ध तरीके से पाराशर के सहयोग से 26 सितंबर की रात प्रश्न पत्र चुराकर अन्य आरोपियों को बेच दिए और मोटी कमाई की। 

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