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भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कर्ज में डूबी सरकारी कंपनी MTNL के ऋण खातों को 30 जून से किस्तों और ब्याज का भुगतान न करने के कारण कमतर मानक वाला गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घोषित किया है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी। एसबीआई ने एक अक्टूबर को शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा था कि 30 सितंबर तक MTNL ऋण खाते पर कुल बकाया 325.52 करोड़ रुपये था।
क्या कहा कंपनी ने
MTNL ने कहा- एसबीआई ने एक अक्टूबर, 2024 के अपने पत्र के जरिए बताया कि एमटीएनएल के टर्म लोन अकाउंट नंबर 36726658903 को ब्याज और किस्त का भुगतान न करने के कारण 28 सितंबर, 2024 से एनपीए – कमतर मानक श्रेणी में डाल दिया गया है। बैंक उन खातों को एनपीए – कमतर मानक के रूप में वर्गीकृत करते हैं, जिनकी अदायगी न करने की अवधि 12 महीने से कम है और जो बकाया चुकाने की क्षमता रखते हैं। एसबीआई ने पत्र में कहा कि एमटीएनएल पर 281.62 करोड़ रुपये बकाया हैं, और खाते को नियमित करने के लिए इसे तुरंत चुकाया जाना चाहिए।
क्रैश हुआ शेयर
एमटीएनएल के शेयर की बात करें तो 54.88 रुपये है। शुक्रवार को यह एक दिन पहले के मुकाबले 3.55% टूटकर बंद हुआ। 29 जुलाई 2024 को शेयर की कीमत 101.88 रुपये पर थी। अक्टूबर 2023 में शेयर की कीमत 25.22 रुपये के निचले स्तर पर थी। यह शेयर के क्रमश: 52 हफ्ते के हाई और लो है।
संकट में एमटीएनएल
हाल ही में एमटीएनएल ने बताया था कि ब्याज और किस्त का भुगतान न करने के कारण पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ उसके ऋण खाते को एनपीए घोषित कर दिया गया है। वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बकाया भुगतान न करने पर कर्ज में डूबी सरकारी दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल के सभी खातों पर रोक (फ्रीज) लगा दी है।
किस बैंक का कितना बकाया
अगस्त में एमटीएनएल द्वारा साझा किए गए विवरण के मुताबिक उसने लिए गए कर्जों पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 155.76 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक को 140.37 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया को 40.33 करोड़ रुपये, पंजाब एंड सिंध बैंक को 40.01 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक को 41.54 करोड़ रुपये, यूको बैंक को 4.04 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है।
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