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छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने उद्योगपति मित्र अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए बंदूक की नोक पर जंगलों की कटाई करवा रही और कटाई का विरोध कर रहे आदिवासियों को पिटाई करवा रही है।
बैज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हसदेव पहुंच कर पुलिस बर्बरता के शिकार घायल आदिवासियों से मुलाकात की। आदिवासी वर्ग और आम जनता अरण्य क्षेत्र में जंगलों की कटाई का विरोध कर रहे थे। इस दौरान मुलाकात करने वाली महिलाओं एवं पुरुषों ने अपने शरीर पर पुलिस की बर्बरता के निशान दिखाये। किसी के सिर में चोट लगी है तो किसी के शरीर पर लाठियों के निशान दिख रहे है।
बैज ने कहा,’भाजपा की सरकार अपने मित्र अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए बंदूक की नोक पर जंगलों की कटाई करवा रही है और कटाई का विरोध कर रहे आदिवासियों को पिटाई करवा रही है।’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जब प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे तब वह जंगलों की कटाई के विरोध में आंदोलन कर रहे थे और आज मुख्यमंत्री है तब जंगल की कटाई का विरोध कर रहे लोगों को पुलिस से पिटवा रहे हैं। हसदेव अरण्य क्षेत्र की कटाई को कांग्रेस की सरकार ने रोका था, विधानसभा में संकल्प पारित करके केंद्र सरकार से हसदेव अरण्य क्षेत्र में नए खदानों के आवंटन को रोकने की मांग की थी। विधानसभा में हसदेव जंगल की कटाई को रोकने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ था, उसमें भाजपा के विधायक भी शामिल थे।
बैज ने कहा कि गंभीर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया गया। वर्षो से ग्रामीण आदिवासी आंदोलन कर रहे। पेड़ कटाई का विरोध कर रहे, फर्जी ग्राम सभा की जांच की मांग कर रहे रहे, सरकार के इशारे पर हजारों पुलिस बल तैनात कर पेड़ कटाई करवाया गया। विरोध कर रहे आदिवासियों का कहना है उनके उपर पेट्रोल बम से हमला किया गया एक पिकअप भरकर पत्थर लाया गया। करीब 20 से 30 आदिवासियों के सिर में चोटे आई। यह सरकार आदिवासियों को गोली मारकर एक निजी उद्योगपति को कोल माइंस सौपना चाहती है। साय सरकार के शपथ ग्रहण के दूसरे दिन पेड़ कटाई शुरू हो गयी। इतनी जल्दबाजी क्यों आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासियो का खून बहाया जा रहा। सरकार आदिवासियो की हत्या करना चाहती है। आदिवासियो की लाशो पर उद्योगपतियो को कोयला उत्खनन करना चाह रही है। यह सरकार आदिवासी विरोधी है।
उन्होंने कहा,’सरकार मां के नाम पेड़ लगाओ का नारा देती और बाप के नाम हजारों पेड़ कटवा रही है। मुख्यमंत्री जवाब दे आदिवासियों का जल-जंगल-जमीन किसको सौंपना चाहते है। सरकार किसके इशारे में काम कर रही है।’
बैज ने कहा, ‘भाजपा की सरकार बनते ही हसदेव की जंगलों की कटाई की अनुमति दे दी गई जिसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। मुख्यमंत्री, अडानी के दबाव में काम कर रहे हैं और आदिवासी समाज के भावनाओं को कुचल रहे हैं। हसदेव अरण्य का जंगल आदिवासियों के लिए पूजनीय है। भाजपा की सरकार जल, जंगल और जमीन पर कब्जा करने के लिए तानाशाही पर उतर आई है। बड़ी शर्म की बात है प्रदेश में आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री होने के बावजूद सबसे ज्यादा अत्याचार आदिवासी वर्ग के ऊपर हो रहा है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि तत्काल हसदेव अरण्य की जंगलों की कटाई को रोका जाए।’
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