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वैसे तो वाह ताज! ताजमहल चाय के विज्ञापन का टैग लाइन है, लेकिन यहां आप होटल ताज के लिए वाह ताज बोल सकते हैं। बात ही कुछ ऐसी है कि आप इसे कहने को मजबूर हो जाएंगे। भारत के दो होटल चेन की कहानी है। दोनों में बुकिंग दो दिन की हुई, लेकिन एक ही दिन रुकने पर एक ने दो दिन का चार्ज किया और ताज ने केवल एक दिन का।
दरअसल टाटा ग्रुप का होटल ताज की संस्कृति ने डी प्रशांत नैयर का दिल जीत लिया है। थॉमस कुक, सिप्ला के पूर्व-एचडी एचआर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में होटल ताज की दिल खोलकर तारीफ की है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, “दो होटल चेन की कहानी। एक है ताज। दूसरी एक बड़ी भारतीय होटल चेन है (चलिए इसे एच कहते हैं)।”
उन्होंने आगे लिखा, “संदर्भ: मैं चेन्नई की अपनी यात्रा के दौरान ताज में और मेरा सहकर्मी एच में ठहरे हुए थे। अप्रत्याशित मौसम को देखते हुए, हमने अपनी यात्रा को छोटा करने और 16 तारीख की बजाय कल (15 तारीख की शाम) लौटने का फैसला किया। हमने 15 तारीख की दोपहर को यह फैसला लिया।”
घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने लिखा, “क्या हुआ: एच ने मेरे सहकर्मी से दोनों दिनों के लिए पैसे लिए। मुझे आश्चर्य हुआ कि ताज ने मुझसे केवल एक दिन के लिए पैसे लिए। फ्रंट ऑफिस के कार्यकारी ने बताया कि वे बदलाव का कारण समझते हैं। इसलिए ताज ताज है। टाटा संस्कृति का सम्मान करें।”
पोस्ट हुआ वायरल
उनके इस पोस्ट को 174.7 हजार देख चुके हैं और 326 ने रिट्विट किया है। 3400 लोगों ने लाइक और 115 यूजर ने कमेंट किया है। कमेंट में कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी शेयर किए हैं। एक यूजर ने लिखा है कि ताज से प्यार। पत्नी अकेली थी और ताज, लंदन में रह रही थी। उसके पैर में हेयरलाइन फ्रैक्चर था। स्टाफ ने बहुत अच्छी देखभाल की।
कोई व्यक्ति रात 2 बजे सपोर्ट बैंडेज आदि के साथ आया। रिट्ज/वाल्ड्रॉफ में यह सेवा कभी नहीं मिलेगी। अगर आपको असली हास्पिटैलिटी चाहिए तो एशिया/अफ्रीका जाएं। जब बात अमेरिका/पश्चिमी यूरोप की आतिथ्य की आती है तो सिर्फ़ दिखावटी सेवा ही मिलती है।
एक अन्य यूजर ने लिखा है कि ताज के लिए यह अच्छा है कि वह ऐसा करे, लेकिन ध्यान रहे कि अगर वे यात्रा कार्यक्रम बदलने पर लोगों को मुफ्त में पैसे देना शुरू कर देंगे तो वे व्यवसाय में नहीं रह पाएंगे।
ताज की कहानी
ऐतिहासिक होटल को भारत के स्टील मैन जमशेदजी टाटा द्वारा कमीशन किया गया था, कहा जाता है कि उन्हें अपने समय के सबसे भव्य होटलों में से एक वाटसन होटल में एंट्री नहीं करने दिया गया था, क्योंकि यह केवल ‘गोरों के लिए’ था।
42 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रतिष्ठित इमारत, शानदार ऑर्किटेक्ट का नमूना और मूरिश, ओरिएंटल और फ्लोरेंटाइन शैलियों का समामेलन है। मुंबई के होटल ताज में 46 सुइट्स सहित 565 कमरे हैं। एक बार प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 600-बेड वाले अस्पताल के रूप में भी काम किया था। होटल के मेहमानों की विशिष्ट सूची में रॉकस्टार मिक जैगर, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक शिराक, प्रिंस चार्ल्स, द बीटल्स, बिल क्लिंटन और रॉक एंड रोल स्टार एल्विस प्रेस्ली शामिल हैं।
कैसा दिखता है मुंबई का होटल ताज
जैसे ही आप होटल में कदम रखते हैं, जो अरब सागर को देखता है, वह है गुंबददार अलबास्टर छत, गोमेद स्तंभ, सुंदर मेहराब, हाथ से बुने हुए रेशम कालीन, क्रिस्टल झूमर, फर्नीचर का एक उदार संग्रह और एक नाटकीय ब्रैकट सीढ़ी मिलेगी।
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