3 सितंबर से बंद हो जाएगी इस एयरलाइन की बुकिंग, टाटा की कंपनी में हो रहा मर्जर

3 सितंबर से बंद हो जाएगी इस एयरलाइन की बुकिंग, टाटा की कंपनी में हो रहा मर्जर

[ad_1]

Vistara-Air India merger: हवाई सफर करने वालों के लिए जरूरी खबर है। 3 सितंबर के बाद यात्री विस्तारा की फ्लाइट के लिए बुकिंग नहीं कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत जल्द एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस के ज्वाइंट वेंचर से बनी एयरलाइन विस्तारा का प्रस्तावित मर्जर पूरा होने वाला है। सिंगापुर एयरलाइंस ने शुक्रवार को बताया कि प्रस्तावित मर्जर के लिए उसे फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। इसके तहत सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी। इस सौदे से दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का गठन होने की उम्मीद है।

एयरलाइन ने क्या कहा?

कंपनी ने कहा कि अब यात्री 3 सितंबर से 12 नवंबर 2024 या उसके बाद की यात्रा के लिए विस्तारा के साथ बुकिंग नहीं कर पाएंगे। इसके बाद यात्री केवल 3 सितंबर तक ही उन उड़ानों के लिए टिकट बुक कर पाएंगे जो 11 नवंबर तक ऑपरेट होंगी। एयरलाइन के मुताबिक, अब यात्री 3 सितंबर से 12 नवंबर 2024 या उसके बाद की यात्रा के लिए विस्तारा के साथ बुकिंग नहीं कर पाएंगे। विस्तारा के सभी विमान एयर इंडिया द्वारा ऑपरेटेड किए जाएंगे और इन विमानों द्वारा ऑपरेटेड रूट्स के लिए बुकिंग एयर इंडिया की वेबसाइट पर पुनर्निर्देशित की जाएगी। विस्तारा 11 नवंबर 2024 तक सामान्य रूप से बुकिंग लेना और उड़ानें ऑपरेट करना जारी रखेगी।

नवंबर 2022 में हुई थी घोषणा

इस प्रस्तावित विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी। एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है और विस्तारा टाटा तथा सिंगापुर एयरलाइंस के बीच 51:49 अनुपात वाला संयुक्त उद्यम है। सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने शुक्रवार को सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में बताया, एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से उसे मंजूरी मिल गई है।

कंपनी ने क्या कहा?

एयरलाइन कंपनी ने बताया कि विलय का पूरा होना, संबंधित पक्षों द्वारा लागू भारतीय कानूनों के अनुपालन के अधीन है। इसके अगले कुछ महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। कंपनी सूचना के अनुसार, ‘‘ प्रस्तावित विलय के 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।’’ इस विलय से सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का गठन होगा। इसको जून में राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (एनसीएलटी) ने मंजूरी दी थी।

[ad_2]