जगन्नाथ मंदिर का खजाना 46 साल बाद खुला, आखिर सांप पकड़ने वालों को क्यों बुलाना पड़ा

जगन्नाथ मंदिर का खजाना 46 साल बाद खुला, आखिर सांप पकड़ने वालों को क्यों बुलाना पड़ा

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खास बात यह है कि रत्न भंडार को बाहरी कक्ष और आंतरिक कक्ष में बांटा गया है। यह 12वीं सदी का मंदिर है, जिसका बाहरी कक्ष वार्षिक रथ यात्रा के दौरान सुना बेशा अनुष्ठान जैसे अवसरों पर खोला जाता है।

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