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मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में एक डॉक्टर के ऊपर तीन घायलों को थप्पड़ और जूते से पीटने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर CM हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराने से खफा हो गए थे। वहीं डॉक्टर का आरोप है कि हमने इलाज किया, लेकिन शराब के नशे में धुत लड़कों ने अस्पताल में हंगामा किया था। इस कारण इन्हें जच्चा-बच्चा बार्ड से बाहर कर दिया गया था। गुस्साए लोगों ने थाने का घेराव कर डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग मनवा ली है। फिलहाल खोड़ चौकी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच चल रही है।
चंदन जाटव, गौरव जाटव और भानु प्रताप जाटव सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। घायल युवकों ने डायल 108 पर कॉल करके एम्बुलेंस बुलाई और इसकी मदद से खोड़ गांव के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। घायल युवकों का आरोप हैं कि प्रभारी डॉक्टर अनुराग तिवारी को कई बार बुलाया मगर वो उपचार के लिए नहीं आए। इसके बाद घायलों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा दी। जब डॉक्टर तिवारी को इस बात का पता लगा तो उन्होंने अस्पताल में पहुंचकर युवकों पर थप्पड़ और जूते बरसा दिए।
इस मामले में डॉक्टर अनुराग तिवारी का कहना हैं कि 31 जुलाई की रात तीन घायल युवक अस्पताल पहुंचे थे। तीनों शराब के नशे में धुत थे। हमने तीनों का उपचार भी किया, लेकिन तीनों जच्चा-बच्चा वार्ड में घुस कर पलंग पर लेटकर हंगामा करने लगे। तीनों को वार्ड से बाहर निकालने की कोशिश की तो लड़कों ने इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली कैंचियां उठाकर हमले का प्रयास किया। वे तीनों लगातार जच्चा-बच्चा वार्ड में लेटने के लिए जिद कर रहे थे।
वही जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. संजय रिषेश्वर का कहना हैं कि मारपीट के वीडियो की जांच टीम द्वारा कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। भौंती थाना गीतेश शर्मा का कहना हैं कि पीड़ित पक्ष की शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
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