[ad_1]
दिवाली, छठ पूजा जैसे आने वाले फेस्टिवल और फेस्टीव सीजन के लिए हवाई यात्रा के किराये में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। दिवाली के लिए प्रमुख घरेलू मार्गों पर औसत एकतरफा टिकट की कीमत 10 से 15 प्रतिशत बढ़ चुकी है। दूसरी ओर ओणम के दौरान केरल के शहरों के लिए कुछ उड़ानों का किराया 20-25 प्रतिशत अधिक है।
‘पीटीआई-भाषा’ के लिए ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो के एक विश्लेषण से पता चलता है कि 30 अक्टूबर से पांच नवंबर के दौरान दिल्ली-चेन्नई मार्ग पर सीधी उड़ान के लिए ‘इकनॉमी’ श्रेणी का औसत एकतरफा किराया 25 प्रतिशत बढ़कर 7,618 रुपये है। यह किराया पिछले साल 10-16 नवंबर के मुकाबले है। इसी अवधि में मुंबई-हैदराबाद मार्ग पर टिकट की कीमत 21 प्रतिशत बढ़कर 5,162 रुपये हो गई है। दिल्ली-गोवा तथा दिल्ली-अहमदाबाद मार्गों पर किराया 19 प्रतिशत बढ़कर 5,999 रुपये तथा 4,930 रुपये हो गया है।
हवाई किराया पिछले वर्ष की तुलना में अधिक
विश्लेषण के अनुसार, कुछ अन्य मार्गों पर किराया 1-16 प्रतिशत के दायरे में बढ़ा है। इक्सिगो समूह के सह-सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) रजनीश कुमार ने कहा कि दिवाली के लिए यात्रा की मांग बढ़ रही है तथा हवाई किराया पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। विश्लेषण से पता चला कि बेंगलुरु-हैदराबाद और मुंबई-जम्मू जैसे कुछ मार्गों पर हवाई यात्रा का किराया पिछले साल के मुकाबले कम है।
घरेलू हवाई यातायात जुलाई में बढ़कर 1.29 करोड़ पर
भारतीय एयरलाइन कंपनियों ने जुलाई में 1.29 करोड़ से अधिक यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया, जो सालाना आधार पर 7.3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। हालांकि, जुलाई में हवाई यातायात इस साल जून की तुलना में कम था, जब 1.32 करोड़ यात्रियों ने उड़ान भरी थी। इंडिगो ने घरेलू हवाई यातायात क्षेत्र पर अपना दबदबा जारी रखा और जुलाई में इसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 62 प्रतिशत हो गई। दूसरी ओर एयर इंडिया की हिस्सेदारी घटकर 14.3 प्रतिशत रह गई।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने विस्तारा की घरेलू बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई। एआईएक्स कनेक्ट और स्पाइसजेट की हिस्सेदारी घटकर क्रमशः 4.5 प्रतिशत और 3.1 प्रतिशत रह गई। इसके अलावा, अकासा एयर और अलायंस एयर की हिस्सेदारी क्रमशः 4.7 प्रतिशत और 0.9 प्रतिशत तक गिर गई।
डीजीसीए ने कहा, ”जनवरी-जुलाई, 2024 के दौरान घरेलू एयरलाइंस ने 923.35 लाख लोगों को यात्रा कराई, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 881.94 लाख था। इस तरह यात्रियों की संख्या में 4.70 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि और 7.33 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर्ज की गई।”
[ad_2]