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इंदौर
इंदौर में बसाहट तेजी से फैल रही हैै। 20 साल पहलेे तक विजय नगर में पुलिस चौकी हुआ करती थी, लेकिन अब उसकी गिनती मुख्य थानों में हो गई है। अब विजय नगर से भी 15 किलोमीटर आगे तक फैल चुका हैै। इसके अलावा गांधी नगर और बायपास की तरफ भी काफी नई काॅलोनियां व टाउनशिप विकसित हो चुकी है। इस हिस्से में भी नए थाने का प्रस्ताव पुलिस विभाग ने तैयार किया है।
इंदौर में कमिश्नरी सिस्टम के तहत 36 थाने है। इनके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों मेें छह थाने हैै। दस साल पहले इंदौर की नगर निगम सीमा का विस्तार हुआ। इसके बाद सीमावर्ती क्षेत्रों के थानों के इलाके काफी बढ़े हो गए है।
इस कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में नए थाने की जरुरत महसूस हो रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को इंदौर से जुड़े विकास कार्यों व प्रोजेक्टों को लेकर चर्चा की थी। इसमें पुलिस विभाग के आला अफसरों ने भी नए थानों की जरुरत बताई है।
अब गृह विभाग को नए थाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका हैै। नई थानों के लिए जमीन अलाॅट होने और भवन निर्माण होने के बाद थानों पर स्टाफ नियुक्ति की जाएगी। पांच साल पहले इंदौर मेें द्वारकापुुरी, कनाडि़या थाना और तिलक नगर थाने नए बनाए गए थेे।
इन इलाकों मेें होंगे चार नए थाने
इदौर में महालक्ष्मी नगर थाना नया बनेगा। इस थाने में कनाडि़या, खजराना और लसुडि़या के क्षेत्र जोड़े जाएंगे। इसके अलावा सुपर काॅरिडोर थाना भी बनेगा। इसमें बाणगंगा और एरोड्रम क्षेत्र के कुछ हिस्से जोड़े जाएंगे।
चंदन नगर क्षेत्र भी काफी फैल चुका है। इस इलाके में धार रोड थाना खोलने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इंदौर में सायबर अपराध भी काफी बढ़ चुके है। अभी तक सायबर सेल इन केसों को देखती है, लेकिन इसके लिए थाने की जरुरत भी महसूस होने लगी है। इसे देखते हुए सुल्काखेड़ी मेें सायबर थाना भी खोला जाएग
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