अब 19 से ग्वालियर-कैलारस दौड़ेगी मेमू ट्रेन

अब 19 से ग्वालियर-कैलारस दौड़ेगी मेमू ट्रेन

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अब 19 से ग्वालियर-कैलारस दौड़ेगी मेमू ट्रेन

ग्वालियर से जौरा अलापुर तक दौड़ रही मेमू ट्रेन 19 सितंबर से कैलारस तक दौड़ेगी। इस ट्रेन को जौरा अलापुर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व सांसद शिवमंगल सिंह तोमर हरी झंडी दिखाकर कैलारस के लिए रवाना करेंगे। जौरा से कैलारस तक 15.8 किलोमीटर का ट्रैक करीब सात महीने पहले तैयार हो गया। गत फरवरी माह में जौरा से कैलारस तक के ट्रैक पर ट्रेन चलाकर ट्रायल किया गया।

ग्वालियर से जौरा अलापुर तक दौड़ रही मेमू ट्रेन 19 सितंबर से कैलारस तक दौड़ेगी। इस ट्रेन को जौरा अलापुर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व सांसद शिवमंगल सिंह तोमर हरी झंडी दिखाकर कैलारस के लिए रवाना करेंगे। गत वर्ष अक्टूबर माह में इस ट्रैक पर ग्वालियर के बिरला नगर से सुमावली तक ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले सुमावली से जौरा तक मेमू ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था।

जौरा से कैलारस तक 15.8 किलोमीटर का ट्रैक करीब सात महीने पहले तैयार हो गया। गत फरवरी माह में रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) प्रणजीव सक्सेना द्वारा जौरा से कैलारस तक के ट्रैक पर ट्रेन चलाकर ट्रायल किया गया। इस ट्रैक पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई। इसके बाद गत दो सितंबर को कैलारस तक ट्रेन के संचालन का शेड्यूल जारी कर दिया गया था।

ग्वालियर से जौरा तक वर्तमान में संचालित हो रही मेमू ट्रेन के समय में परिवर्तन किया गया है। नए शेड्यूल के अनुसार ग्वालियर से मेमू ट्रेन सुबह छह के बजाय 5:50 बजे रवाना होगी। ये ट्रेन जौरा अलापुर 7:23 बजे पहुंचेगी और दो मिनट का ठहराव लेकर 7:25 बजे कैलारस के लिए रवाना होगी। ट्रेन सुबह 8:20 बजे कैलारस पहुंचेगी। वहां से वापसी में 8:35 बजे रवाना होकर 9:03 बजे जौरा पहुंचेगी और 11:05 बजे ग्वालियर आ जाएगी।

इसके बाद ये ट्रेन 11:25 बजे दोबारा रवाना होकर दोपहर 1:55 बजे कैलारस पहुंचेगी। वहां से 2:10 बजे चलकर शाम 4:40 बजे ग्वालियर आ जाएगी। तीसरी बार में ये ट्रेन 4:55 बजे रवाना होकर शाम 7:25 बजे कैलारस पहुंचेगी और वापसी में 7:40 बजे रवाना होकर रात 10:10 बजे ग्वालियर आएगी।

डबरा-कोटरा के बीच 20 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से निकल रही ट्रेनें

अतिवर्षा के कारण गत गुरुवार को डबरा-कोटरा के बीच रेल ट्रैक पर मिट्टी के कटाव के बाद भले ही मरम्मत का काम कर दिया गया हो, लेकिन अब भी ट्रेनों को यहां काशन आर्डर देकर 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से निकाला जा रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें जहां 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती हैं, लेकिन इस रेलखंड में उनकी गति को 20 किमी ही रखा जा रहा है।

इसके अलावा धौलपुर-हेतमपुर के बीच भी वर्षा के कारण ट्रेनों की गति कम करने के साथ ही तीसरी लाइन से ट्रेनों का निकाला जा रहा है। पूर्व में यहां ट्रेनों की गति को 20 किमी प्रतिघंटा रखा गया था, लेकिन अब तीसरी लाइन में पूरी रफ्तार से ट्रेनों का चलाया जा रहा है।

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