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अगले कुछ दिनों में देश के दो चर्चित आईपीओ लॉन्च होने वाले हैं। ये दो कंपनियां- दक्षिण कोरिया की कार कंपनी हुंडई की भारतीय इकाई और खाद्य सामग्री व किराना की आपूर्ति करने वाली कंपनी स्विगी है। इन दोनों कंपनियों के आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल गई है।
इसके अलावा एक और कंपनी भी आईपीओ की रेस में दौड़ने को तैयार है। इस कंपनी का नाम NTPC ग्रीन एनर्जी है। यह कंपनी एनटीपीसी की सब्सिडयरी है और नवंबर तक ₹10,000 करोड़ के आईपीओ को लॉन्च करने की तैयारी में है। बता दें कि रिन्यूएबल कंपनी ने 18 सितंबर को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दायर किया, जिसमें सार्वजनिक निर्गम से लगभग ₹10,000 करोड़ जुटाने की योजना थी। ऐसा अनुमान है कि आईपीओ नवंबर में लॉन्च हो जाएगा।
हुंडई का आईपीओ
दक्षिण कोरिया की वाहन विनिर्माता कंपनी हुंडई आरंभिक शेयर बिक्री के जरिये कम से कम तीन अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना बना रही है, जबकि स्विगी का आईपीओ 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का आंका गया है। यदि हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ सफल हो जाता है तो यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले देश में सबसे बड़ा आईपीओ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का 21,000 करोड़ रुपये का था। बता दें कि आईपीओ दस्तावेज जून में दाखिल किए गए थे। इसके अनुसार, आईपीओ पूरी तरह से प्रवर्तक हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 शेयरों बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित होगा।
स्विगी का आईपीओ
स्विगी ने गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट के जरिये 30 अप्रैल को दस्तावेज दाखिल किए थे। सूत्रों ने बताया कि गोपनीय फाइलिंग प्रक्रिया के तहत सेबी की मंजूरी के बाद स्विगी दो अद्यतन ‘ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस’ (दस्तावेज) जमा करेगी। एक नियामक की प्रतिक्रिया से संबंधित और दूसरा 21 दिन में सार्वजनिक टिप्पणियां हासिल करने से जुड़ा होगा। स्विगी अंतिम दस्तावेज दाखिल करने के बाद आईपीओ ला सकती है। स्विगी को नए शेयरों तथा बिक्री पेशकश के जरिये 10,414 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है।
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