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अगर आप भारत के सबसे बड़े ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा के जरिए ट्रेडिंग कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने ब्रोकरेज चार्ज को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि ब्रोकरेज चार्जेज में किसी तरह के बदलाव नहीं किए जाएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा- जेरोधा में इक्विटी डिलीवरी फ्री रहेगी। फिलहाल हम अपनी ब्रोकरेज में कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं।
ऑप्शन एंड फ्यूचर ट्रेडिंग चार्जेज में बदलाव
यह खबर ऐसे समय में आई है जब आज यानी 1 अक्टूबर से ऑप्शन एंड फ्यूचर ट्रेडिंग के चार्जेज एडजस्ट किए जाएंगे। ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) 0.0625% से 0.1% तक बढ़ जाएगा जबकि ट्रांजैक्शन चार्जेज 0.0495% से 0.035% तक कम हो जाएगा। नितिन कामथ के मुताबिक इससे एनएसई पर प्रीमियम में 0.02303 फीसदी या 2,303 रुपये प्रति करोड़ और बीएसई पर 0.0205 फीसदी या 2,050 रुपये प्रति करोड़ की बढ़ोतरी होगी। फ्यूचर्स के मामले में STT को 0.0125% से 0.02% तक बढ़ा दिया गया है तो ट्रांजैक्शन चार्ज 0.00183% से 0.00173% पर आ जाएगा। इससे फ्यूचर कारोबार में 0.00735 प्रतिशत या 735 रुपये प्रति करोड़ की वृद्धि होती है।
जुलाई में सेबी का सर्कुलर
बता दें कि 1 जुलाई 2024 के मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर में मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस (MII) को कहा गया था कि वे ट्रेडिंग वॉल्यूम के आधार पर स्लैब-वाइज फीस स्ट्रक्चर को ना लगाएं। इसके बदले में एक समान फीस स्ट्रक्चर लागू करने को कहा गया। इसी सर्कुलर के आधार पर स्टॉक एक्सचेंजों ने चार्जेज लगाए हैं। MII की बात करें तो इसके तहत स्टॉक एक्सचेंज, क्लियरिंग कॉरपोरेशन और डिपॉजिटरीज आते हैं।
आईपीओ पर क्या बोले थे नितिन
इससे पहले नितिन कामथ ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि आखिर जेरोधा शेयर बाजार में लिस्टेड क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने लिखा था, “मुझसे कई बार पूछा गया है कि हम पब्लिक क्यों नहीं हुए। हम पिछले दो से तीन वर्षों में आसानी से बेतहाशा मूल्यांकन प्राप्त कर सकते थे लेकिन किसी कंपनी का आईपीओ अंत नहीं है, बल्कि एक नई शुरुआत है। कंपनी को कुछ हद तक राजस्व की भविष्यवाणी करने में सक्षम होना चाहिए। पिछले 14 वर्षों में मैं राजस्व वृद्धि और गिरावट की भविष्यवाणी करने में एक बार भी सही नहीं रहा हूं।
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