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कुलदीप अपने पिता की लाइसेंसी रायफल दशहरा के लिए साफ कर रहा था। इसी दौरान अचानक गोली चली और पेट को चीरकर निकल गई। उसे बचाने के लिए स्वजन अस्पताल भी ले गए, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाटीपुर क्षेत्र में रहने वाले पुलिसकर्मी रामवीर सिंह तोमर के बेटे कुलदीप तोमर(28) की गोली लगने से मौत हो गई। कुलदीप अपने पिता की लाइसेंसी रायफल दशहरा के लिए साफ कर रहा था। इसी दौरान अचानक गोली चली और पेट को चीरकर निकल गई। उसे बचाने के लिए स्वजन अस्पताल भी ले गए, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है।
थाटीपुर स्थित भगवंत कालोनी निवासी रामवीर सिंह तोमर मप्र पुलिस में प्रधान आरक्षक हैं। उनकी पदस्थापना अभी अजाक थाने में है। उनका बड़ा बेटा कुलदीप निजी कंपनी में नौकरी करता था। दशहरा आने वाला है, इसके चलते वह शनिवार सुबह जागा और पिता की लाइसेंसी रायफल लेकर अपने कमरे में चला गया। सुबह करीब 9.30 बजे अचानक गोली चलने की आवाज आई। स्वजन दौड़कर कुलदीप के कमरे में पहुंचे तो वह जमीन पर लहूलुहान हाल में पड़ा था। उसे स्वजन अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
माता-पिता हो गए बेसुध, कहा था दुकान पर साफ करा लाना बंदूक
बेटे की लाश देखकर माता-पिता बेसुध हो गए। जब वह रायफल साफ कर रहा था तो स्वजनों ने उससे कहा भी था कि दुकान पर साफ करा लाना। वह नहीं माना और रायफल कमरे में ले गया। इसी दौरान गोली चल गई।
गोली कैसे चली, फोरेंसिक टीम ने देखा घटनास्थल
वह रायफल साफ कर रहा था, इसी दौरान गोली चली। गोली चलने के बाद पेट में कैसे लगी, इसे लेकर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी यहां पहुंची।
दूसरे एंगल पर भी पड़ताल
स्वजनों ने पुलिस को बताया कि यह हादसा है। पुलिस दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है। हालांकि यह भी पता लगा है कि स्वजन उसकी शादी की तैयारी भी कर रहे थे। ऐसा कोई कारण सामने नहीं आया, जिससे आत्महत्या के एंगल की तरफ कहानी मुड़े।
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