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मध्य प्रदेश के गुना जिले में अपने भतीजे के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज होने के बारे में कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि यह मामला ‘बहुत छोटी-सी घटना’ को लेकर दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि गुना जिले के राघोगढ़ में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे आदित्य सिंह और उनकी गाड़ी के चालक पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। राघोगढ़ दिग्विजय सिंह का गृहनगर है।
सोशल मीडिया पर राघोगढ़ की घटना का कथित वीडियो प्रसारित हुआ, जिसमें देखा जा सकता है कि आदित्य सिंह एक महिला पुलिस अफसर और अन्य सरकारी कर्मचारियों से बहस कर रहे हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह के भतीजे सिगरेट पीते भी नजर आ रहे हैं।
अपने भतीजे के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को लेकर दिग्विजय सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘‘मैंने इस मामले के बारे में पता लगाया है। यह एक बहुत छोटी-सी घटना रही है। वह (सिंह का भतीजा) कहीं जा रहा था। प्रशासन ने सड़क पर एक नुक्कड़ नाटक आयोजित किया था, जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। वहां पुलिस कर्मियों से उसका थोड़ा सा विवाद हुआ।’’
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ने कहा कि पुलिस अपना काम करेगी। इस बारे में हमें कुछ नहीं कहना है। बाकी जो कुछ होगा, वह हम देखेंगे। दिग्विजय सिंह ने भोपाल के एक कारखाने से हाल ही में 1,814 करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्य का 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त होने पर प्रदेश की भाजपा सरकार के कामकाज को लेकर सवाल उठाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी भोपाल में प्रदेश सरकार की नाक के नीचे यह कारखाना पकड़ा जाना बहुत बड़ा कलंक है।
दिग्विजय सिंह ने हाल के कुछ घटनाक्रमों के हवाले से दावा किया कि सूबे में सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक इस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई के चलते अब खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन भाजपा विधायकों को राज्य सरकार में मंत्री पद नहीं मिला, वे नाराज हैं। एक सवाल के जवाब में कहा कि क्षत्रिय परिवारों में शस्त्र पूजन की परंपरा चली आ रही है। लेकिन, अब मैं हमेशा क्षत्रियों से कहता हूं कि आज का सबसे बड़ा शस्त्र तलवार नहीं, बल्कि कलम है। इसलिए कलम की पूजा करो।
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