उमर अब्दुल्ला ने हिंदू नेता को बनाया डिप्टी सीएम, कौन हैं सुरेंद्र कुमार; कुल 6 मंत्री

उमर अब्दुल्ला ने हिंदू नेता को बनाया डिप्टी सीएम, कौन हैं सुरेंद्र कुमार; कुल 6 मंत्री


जम्मू और कश्मीर में उमर अब्दुल्ला में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। बुधवार को शपथ लेने वालों में एक निर्दलीय समेत 6 विधायक शामिल रहे। खास बात है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने राज्य का उपमुख्यमंत्री हिन्दू विधायक सुरेंद्र कुमार को बनाया है। वहीं, अब तक सरकार में कांग्रेस की भूमिका साफ नहीं हो सकी है। अब्दुल्ला ने कहा था कि कैबिनेट में जगह को लेकर कांग्रेस से बातचीत चल रही है। खबरें हैं कि कांग्रेस ने NC सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है।

6 विधायक बने मंत्री

सुरेंद्र कुमार चौधरी- एनसी के 2 हिन्दू विधायकों में से एक चौधरी को केंद्र शासित प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कहा जा रहा है कि जम्मू में क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के लिए उनका चुनाव किया गया है। चौधरी ने जम्मू के राजौरी जिले के नौशेरा सीट से जीत हासिल की है। NC के लिए चौधरी की जीत इसलिए भी अहम है, क्योंकि उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को बड़े अंतर से मात दी है। 56 वर्षीय चौधरी को जमीन से काफी जुड़ा हुआ माना जाता है।

सकीना इतू- दमहल हांजीपुरी (पहले नूरनाद) से इतू तीसरी बार विधायक हैं। वह एनसी की दो महिला विधायकों में से एक हैं। खास बात है कि इतू अपने राजनीतिक कार्यकाल में कई बार जानलेवा हमलों का भी सामना कर चुकी हैं। 26 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार विधायक का चुनाव जीता था।

सतीश शर्मा- जम्मू जिले के छंब सीट से जीते शर्मा 7 निर्दलीय विधायकों में से एक हैं। खास बात है कि 42 वर्षीय शर्मा एनसी सरकार में सबसे युवा मंत्री बनने जा रहे हैं। पेशे से वह व्यापारी हैं। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद एनसी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था।

जावेद अहमद राणा- मेंधार सीट से जीतने वाला राणा ने भी अब्दुल्ला सरकार में जगह बनाई है। 61 वर्षीय राजनेता लगातार दूसरी बार इस सीट से चुनाव जीते हैं। यहां उन्होंने 2014 में पीडीपी और 2024 में भाजपा उम्मीदवार को हराया। पेशे से वकील राणा ने 2002 में पहला चुनाव जीता था।

जावेद अहमद डार- रफियाबाद विधायक डार को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। उन्होंने उत्तर कश्मीर की इस सीट से अपनी पार्टी के उम्मीदवार यावर मीर को हराया है। इससे पहले भी 2008 में चुनाव जीतने के बाद वह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। खास बात है कि उत्तरी कश्मीर से कैबिनेट में जगह पाने वाले डार एकमात्र विधायक हैं।

कांग्रेस का क्या

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस कैबिनेट से बाहर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह उन्हें तय करना है और उनके साथ हमारी चर्चा चल रही है। मैं मंत्री परिषद के सभी 9 रिक्त पद नहीं भरूंगा। कुछ रिक्त पद छोड़ दिए जाएंगे, क्योंकि हमारी कांग्रेस के साथ बातचीत चल रही है…। कांग्रेस और एनसी के बीच सबकुछ ठीक है।’

उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा नहीं होता तो खरगे जी, राहुल जी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यहां नहीं आ रहे होते। उनकी मौजूदगी बताती है कि गठबंधन मजबूत है और हम लोगों के लिए काम करेंगे।’ हाल ही में संपन्न जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 6 और एनसी ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी।