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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में मिल सकते हैं। व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के भारतीय प्रधानमंत्री से सम्मेलन में मिलने की उम्मीद है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बाइडेन ने पीएम मोदी को फोन पर तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। भारत ने फिलहाल औपचारिक रूप से उनकी (मोदी) उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है। हालांकि, उन्हें मोदी से मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि इटली में दोनों को एक-दूसरे से मिलने का अवसर मिलेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोपों पर चर्चा होगी। सुलिवन ने कहा कि हमने इस मुद्दे पर अपने विचार बता दिए हैं और यह अमेरिका और भारत के बीच बातचीत का एक सतत विषय रहेगा।
पिछले साल सितंबर में भारत द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी के आवास पर रात्रिभोज पर द्विपक्षीय वार्ता के बाद यह पहली बार है जब दोनों नेता मिलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी बाइडेन के अलावा फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, यूके के पीएम ऋषि सुनक, जापानी पीएम फुमियो किशिदा, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
पीएम मोदी के यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी मिलने की संभावना है। पिछले साल हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन में भी दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी को स्विटज़रलैंड में शांति शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन रूस को बाहर रखने के कारण भारत ने कभी भी इसमें शिरकत करने का विचार नहीं किया। गुरुवार देर रात तक कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ बैठक को लेकर कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।
एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिका के एनएसए जेक सुलिवन ने कहा कि खालिस्तानी अलगाववादी और अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की नाकाम साजिश अमेरिका और भारत के बीच बातचीत का एक विषय होगा। राजनयिक सूत्रों ने भी पीएम मोदी और बाइडेन की बैठक में इस मुद्दे के उठने की संभावना से इनकार नहीं किया।