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इटली में जी-7 सम्मेलन में शामिल होने वाले देशों के राष्ट्राध्यक्षों के पहुंचने का सिलसिला गुरवार को ही शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इटली पहुंचे हैं। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने आने वाले मेहमानों को बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया। उनका अंदाज एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। मेलोनी ने भारतीय अंदाज में नमस्ते करके भी कई राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत किया जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। वहीं यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलने का उनका अंदाज सोशल मीडिया पर चर्चा का मुद्दा बन गया। लोग इस वीडियो पर तरह-तरह के मीम्स बनाने लगे।
इस बार इटली में तीन दिन का जी7 सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। ऋषि सुनक गुरुवार को ही इटली पहुंच गए थे। ऋषि सुनक जब जॉर्जिया मेलोनी के पास पहुंचे तो दोनों नेताओं ने एक दूसरे को किस किया और एक दूसरे की बाहें थामें बाते करते रहे। उन दोनों का अंदाज सोशल मीडया यूजर्स को मीम बनाने का मौका दे गया। कई लोग प्रधानमंत्री मोदी से जोड़कर भी मीम बनाने लगे। कई लोगों ने यह भी कहा कि मेलोनी पर भारतीय रंग चढ़ गया है और इसलिए वह नमस्ते करके भी नेताओं का स्वागत कर रही हैं।
बता दें कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी का भी यह पहला विदेश दौरा है। भारत जी7 सम्मेलन में 11वीं बार हिस्सा ले रहा है। वहीं पीएम मोदी पांचवीं बार जी7 सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। जी7 देशों में यूके, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और फ्रांस शामिल हैं। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और पीएम मोदी की मुलाकात भी होनी है। दोनों द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
मेलोनी ने कहा, इटली जी7 की अध्यक्षता का फायदा उठाना चाहता है और दक्षिण के देशों के साथ भी संबंध मजबूत करना चाहता है। यह भूमि पूर्व और पश्चिम के बीच पुल का काम करती रही है। जी7 में सात देशों के अलावा बाहरी मेहमानों को भी आमंत्रित किया जाता है। इस बार इटली ने जॉर्डन के राजा पोप फ्रांसिस के अलावा भारत, ब्राजील, यूक्रेन, अर्जेटीना, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, ट्यूनीशइया, अल्जीरिया और मॉरिटानिया को भी न्योता दिया है।
जी7 के मुद्दे में इस बार अफ्रीका की स्थिति, जलवायु परिवर्तन और विकास शामिल है। पहले सत्र में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी शामिल थे। ऐसे में पहला सत्र मध्य पूर्व को लेकर केंद्रित हो गया। दूसरे दिन ऊर्जा और अफ्रीका अप्रवासन, भारत प्रशांत, आर्थिक सुरक्षा पर चर्चा होनी है.। वहीं पोप फ्रांसिस आर्टिफिशियल इंटेलिजें पर भी बात करने वाले हैं।
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