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Madhya Pradesh Elections: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट पर ही विरोध प्रदर्शन का शुरू हो गया है। ऐसे में पार्टी नेताओं के लिए ये मुसीबत बन बनती जा रही है। वहीं, कई नेताओं में भी सामंजस्य नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में खबर है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस की लिस्ट में कई उम्मीदवारों में बदलाव किया जा सकता है। दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। लेकिन इसमें कई ऐसे नाम हैं जिनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, कांग्रेस ने इस लिस्ट में केपी सिंह को जगह दी है। लेकिन उनके नाम पर भी काफी सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, केपी सिंह पिछोर से चुनाव जीतते आ रहे हैं। मगर इस बार उन्हें शिवपुरी से उम्मीदवार बना दिया गया है। इससे खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ भी आश्चर्यचकित हैं। इसके अलावा दतिया, छतरपुर जिले की बिजावर, टीकमगढ़ जिले की खरगपुर और निमांड-मालवा की भी दो ऐसी सीटें हैं।
इनपर कांग्रेस नेता यह जान ही नहीं पा रहे हैं कि आखिर इनका नाम आ कैसे गया। वहीं, इसपर सूत्रों का कहना है कि कुछ बड़े नेताओं ने अपनी मनमर्जी से सर्वे के नाम पर ऐसे लोगों को उम्मीदवार बना दिया है जो कांग्रेस के लिए घातक हैं। पार्टी का जमीनी कार्यकर्ता उससे नाराज है। कई नेता तो खुले तौर पर सौदेबाजी तक के आरोप लगाने में लगे हैं।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 144 नामों की पहली सूची जारी की है। कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया है। एमपी कांग्रेस ने ‘एक्स'(पूर्व में ट्विटर) के जरिए 144 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पोस्ट कर लिखा, ‘मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस पार्टी के 144 उम्मीदवारों की प्रथम सूची। सभी को प्रचंड जीत की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं। ‘बढ़ाइये हाथ, फिर कमलनाथ’। 70 मौजूदा विधायक को टिकट मिला है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पूर्व मंत्री बेटे जयवर्धन सिंह परिवार के गढ़ राघौगढ़ से मैदान में उतरे। सूची में सामान्य वर्ग के 47, ओबीसी के 39, एसटी के 30, एससी के 22, एक मुस्लिम और 19 महिलाएं शामिल हैं। लिस्ट में 50 वर्ष से कम आयु के 65 उम्मीदवार शामिल हैं।
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