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MP elections 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। इस बीच बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संपर्क कर आरोप लगाया है कि जिला लेवल के कुछ अधिकारी जानबूझ कर बीजेपी कार्यकर्ताओं की गाड़ी से पार्टी के झंडे और निशान हटा रहे हैं। इसके अलावा निजी घरों से भी पार्टी के झंडे हटाए जा रहे हैं और इसे आचार संहिता का उल्लंघन बता कर अधिकारी यह कार्रवाई कर रहे हैं। बीजेपी ने कहा है कि दो पहिया वाहनों और निजी घरों पर पार्टी के झंडे या पार्टी का निशान कमल लगाना आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। इसी के साथ बीजेपी ने चुनाव अधिकारी से इस संबंध में दिशा-निर्देश देने की भी मांग की है।
वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दावा किया है कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीजेपी की मांग मानने के लिए राजी हो गए हैं और इसी के साथ उन्होंने कहा है कि जल्द ही एक सर्कुलर जारी किया जाएगा और इस मामले को संबंधित अधिकारी के सामने उठाया जाएगा। भूपेंद्र यादव मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान बीजेपी के इंचार्ज भी हैं। उनके नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अपना ज्ञावन मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन को सौंपा है।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘हमने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है और मांग की है कि अधिकारियों को यह निर्देश दिया जाए कि वो पार्टी के झंडे और निशान दो-पहिया वाहनों और लोगों के घरों से ना हटाएं। पार्टी का झंडा लगाना या चिन्ह लगाना आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। कुछ अधिकारियों ने जानबूझ कर पार्टी के चिन्ह को हटाया।’
उन्होंने कहा कि पार्टी ने इलेक्शन कमीशन से मिले खत की कॉपी भी शेयर की गई है जिसमें इस बात की अनुमति है कि भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के झंडों को अपने घरों और निजी वाहनों तथा अन्य प्रॉपर्टी पर नियमों के मुताबिक लगा सकते हैं। भाजपा नेता दावा किया कि सीईओ ने हमारी चिंताओं पर ध्यान दिया और कहा कि इस तरह का नियम हैं।
ज्ञापन में आदर्श आचार संहिता के नियम 13 और उसकी उप धाराओं का भी उल्लेख किया गया है, जो पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी मर्जी से अपने निजी वाहनों और घरों पर पार्टी का झंडा और चिन्ह प्रदर्शित करने की अनुमति देता है। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
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