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NEET परीक्षाओं से जुड़ा मुद्दा अभी अदालत में ही है और इसी बीच UGC NET को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हो गई है। सोमवार को कोर्ट में UGC-NET परीक्षा रद्द करने को चुनौती दे रही याचिका दाखिल हुई। न्यायालय ने याचिका को खारिज कर दिया है। साथ ही वकील को अपना समय जरूरी मामलों में लगाने की सलाह दी है।
कथित पेपर लीक के चलते परीक्षा रद्द करने को लेकर याचिका दाखिल की गई थी। बार एंड बेंच के अनुसार, सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इस याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। उन्होंने वकील से सवाल किया, ‘आपका कार्यक्षेत्र क्या है? क्या आप UGC NET परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। आप बार के एक सदस्य हैं।’ इसपर वकील ने जवाब दिया कि याचिकाकर्ता कानून का छात्र है।
CJI ने कहा, ‘आप आपना समय किसी जरूरी मामले में लगाइए। अखबारों में सिर्फ कुछ पढ़कर याचिका दाखिल नहीं किया करें।’ वकील ने कहा, ‘मेरे पास प्रभावित सैकड़ों छात्रों के रिप्रेजेंटेशन्स हैं।’ इसपर मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘बिल्कुल होंगे, लेकिन इस मामले में उन्हें आने दीजिए। आप नहीं।’ इस दौरान सीजेआई ने यह भी साफ कर दिया है कि अदालत किसी प्रभावित छात्र के अदालत पहुंचने के अधिकार को खत्म नहीं कर रही है।
UGC NET परीक्षा रद्द
18 जून को हुई परीक्षा के अगले ही दिन केंद्र सरकार ने NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया था। कथित तौर पर पेपर लीक की खबरों के बाद ये एक्शन लिया गया था। खास बात है कि ताजा परीक्षा ऑफलाइन फॉर्मेट में की गई थी, जिसमें 317 शहरों में 11.21 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था।
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